भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि अंडर-19 वर्ल्ड कप 2008 उनके जीवन में मील का पत्थर साबित हुआ था, जिसने उन्हें उनकी प्रतिभा को दिखाने का मौका दिया था. कोहली ने 2008 में अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाया था. कोहली की उस टीम में रवींद्र जडेजा और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ी थे, जो इस समय राष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं.
आईसीसी ने कोहली के हवाले से लिखा है, 'आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप मेरे करियर में मील का पत्थर साबित हुआ था. इसने मुझे अपना करियर स्थापित करने का मौका दिया था और वहां से मैं अपना करियर बना पाया. इसलिए यह मेरे दिल में अलग स्थान रखता है. यह जो मौका और सम्मान आपको देता है उसकी अहमियत समझना बेहद जरूरी है.'
न्यूजीलैंड दौरे की तैयारियों में जुटे रहाणे, बताया कैसे पास होगा मुश्किल टेस्ट
कोहली के अलावा उस विश्व कप से केन विलियम्सन, स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी भी निकले थे. कोहली ने कहा, 'मुझे केन विलियमसन के खिलाफ खेलना याद है. वह ऐसे खिलाड़ी थे जो टीम से अलग हटकर निकले. उनकी बल्लेबाजी बाकी खिलाड़ियों से अलग थी. यह देख अच्छा लगता है कि उस बैच से निकले विलियमसन, स्मिथ अपने देशों की टीमों के लिए खेल रहे हैं.'
इसी महीने की 17 तारीख से अंडर-19 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो रही है, जिसमें प्रियम गर्ग की कप्तानी वाली भारतीय टीम अपना खिताब बचाने उतरेगी. भारत ने 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में यह खिताब जीता था.
aajtak.in