प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मनचलों की हरकतों से आम युवतियां ही नहीं, बल्कि एंटी रोमियो टीम की महिला पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं. जिस एंटी रोमियो टीम को उत्तर प्रदेश में मनचलों को पकड़ने के लिए तैनात किया गया है, अब उसी एंटी रोमियो टीम की महिला पुलिस से छेड़खानी करने का मामला सामने आया है.
पुलिस ने वाराणसी में बीच सड़क पर एंटी रोमियो टीम की महिला पुलिस के साथ छेड़खाने करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है. इस युवक को दबोचने वाले कोई आम लोग नहीं, बल्कि एंटी रोमियो टीम के पुरुष और महिला पुलिसकर्मी ही हैं.
एंटी रोमियो टीम को उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. अगर कोई मनचला महिलाओं या लड़कियों से छेड़छाड़ करता है, तो यह टीम उसको पकड़ती है, लेकिन इस बार मनचले की हरकत का शिकार खुद एंटी रोमियो टीम की एक महिला पुलिसकर्मी हो गई.
वाराणसी के एंटी रोमियो टीम की महिला पुलिसकर्मी से छेड़छाड़ उस समय हुई, जब वो मैदागिन चौराहे के पास भीड़ में सीविल ड्रेस में अन्य महिलाओं के बीच चल रही थी. मनचले ने महिला पुलिस के साथ न सिर्फ बदतमीजी की, बल्कि फब्तियां भी कसी. इतना ही नहीं, जब महिला पुलिसकर्मी ने इसका विरोध किया, तो मनचले ने गाली देना शुरू कर दिया. फिर क्या था... टीम के बाकी पुरुष सदस्य वहां पहुंच गए और मनचले को दबोच लिया.
इस बार मनचला गिरफ्तार
एंटी रोमियो टीम आमतौर पर मनचलों को पकड़कर हिदायत देती है और फिर उसकी जानकारी इकठ्ठा करके छोड़ देती है, ताकि वो भविष्य में ऐसी गलती न करे. हालांकि यह मामला एंटी रोमियो टीम की महिला पुलिसकर्मी से जुड़ा था, तो टीम मनचले को गिरफ्तार कर थाने लाई और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया.
वाराणसी की यह घटना बताती है कि सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद महिलाओं और लड़कियों से छेड़छाड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. हालांकि एंटी रोमियो टीम की सक्रियता के चलते ऐसी घटनाओं में कमी जरूरी आई है, लेकिन पूरी तरह से अंकुश नहीं लगा है. जब सुरक्षा करने वाली महिला पुलिस ही बीच सड़क में सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोगों का ऊपर वाला ही मालिक है. (इनपुट- रोशन जयसवाल)
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