सावन महीने में की जानेवाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह सतर्क है. इस यात्रा को लेकर राज्य सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.
पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बताया कि सावन के महीने में कई त्योहार हैं. रमजान, शिवरात्रि, अलविदा की नमाज, ईद और रक्षा बंधन के चलते सतर्कता बरती जा रही है. रमजान, ईद, शिवरात्रि, रक्षा बंधन समेत कई प्रमुख त्योहारों के चलते आतंकी खतरे और सांप्रदायिक तनाव की भी आशंका है.
सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारी सुरक्षा बल की तैनाती की जा रही है. इस दौरान पूरे प्रदेश में पांच एएसपी, 18 डीएसपी, 30 इंस्पेक्टर, 50 उपनिरीक्षक, 200 सिपाही, 12 यातायात उपनिरीक्षक, 75 हेड कांस्टेबल, 2650 होमगार्ड लगाए जाएंगे. इसके अलावा 40 कंपनी दो प्लाटून पीएसी और दस कंपनी आरएएफ समेत बम निरोधक आदि की कई टीम तैनात कर दी गईं हैं. केंद्र से 21 कंपनी अर्धसैनिक बल की मांग की गई है.
हर साल होने वाली कांवड़ यात्रा में मुरादाबाद व मेरठ समेत पश्चिम के जिलों के लाखों लोग पहुंचते हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बस्ती, देवरिया, संत कबीरनगर से लेकर वाराणसी और सोनभद्र तक इसका महत्व है.
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