वनस्पतियां रत्नों की भाँति प्रयोग की जा सकती हैं. वनस्पति की जड़ों को रत्नों की तरह इस्तेमाल करके बहुत से लाभ मिल सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे करें वनस्पतियों का रत्नों की तरह इस्तेमाल...
- हर वनस्पति के अंदर अलग अलग तरह के गुण और सुगंध पायी जाती है.
- इसके अलावा हर वनस्पति के अंदर एक विशेष तरंग होती है.
- यह तरंग किसी विशेष नक्षत्र में ज्यादा प्रभावशाली हो जाती है.
- इस तरंग के कारण वनस्पति सम्बंधित ग्रह की पीड़ा को दूर कर देती है.
- यह वनस्पति इतनी ज्यादा ताक़तवर हो जाती है कि कीमती रत्नों की तरह काम करती है
किस ग्रह से लिए कौन सी वनस्पति का प्रयोग करें ?
सूर्य
- सूर्य के लिए बेल की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे कृत्तिका नक्षत्र में ले आएं
- इसे गुलाबी धागे में बांधकर रविवार प्रातः गले में धारण करें
- इसे धारण करने से सूर्य सम्बंधित समस्याएं दूर होंगी
चन्द्रमा
- चन्द्रमा के लिए खिरनी की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे रोहिणी नक्षत्र में ले आएं
- इसे सफ़ेद रेशमी धागे में बांधकर सोमवार रात्रि गले में धारण करें
- इसे धारण करने से चन्द्रमा सम्बंधित समस्याएं दूर होंगी
मंगल
- मंगल के लिए अनन्तमूल की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे चित्रा नक्षत्र में ले आएं
- इसे लाल धागे में बांधकर गले में या कमर में मंगलवार को धारण करें
- इससे आपका मंगल मजबूत होगा
बुध
- बुध के लिए विधारा की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे ज्येष्ठा नक्षत्र में ले आएं
- इसे हरे धागे में बांधकर बुधवार को गले में धारण करें
- इससे आपका बुध शक्तिशाली होगा
बृहस्पति
- बृहस्पति के लिए केले की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे विशाखा नक्षत्र में ले आएं
- इसे पीले धागे या पीली धातु में भरकर बृहस्पतिवार को गले में धारण करें
- इससे आपका वृहस्पति मजबूत होगा
शुक्र
- शुक्र के लिए सरपोंखे की जड़ धारण करनी चाहिए
- इसे पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में ले आएं
- इसे चांदी के लॉकेट में या चांदी की चेन में शुक्रवार को धारण करें
- आपकी शुक्र सम्बंधित समस्याएं दूर होंगी
शनि
- शनि के लिए धतूरा धारण करना चाहिए
- इसे पुष्य नक्षत्र में ले आएं
- इसे काले धागे में शनिवार को गले में धारण करें
- शनि की पीड़ा से राहत मिलेगी
राहु
- राहु के लिए सफ़ेद चन्दन धारण करना चाहिए
- इसे पुष्य नक्षत्र में ले आएं और बुधवार को धारण करें
- इसे नीले धागे में गले में धारण करें
केतु
- केतु के लिए अश्वगंधा की जड़ धारण करें
- इसे पुष्य नक्षत्र में ले आएं और बृहस्पतिवार को धारण करें
- इसे पीले धागे में गले में धारण करें
प्रज्ञा बाजपेयी