द.कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास निलंबन व्यावहारिक है, राजनीतिक नहीं: US

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की दृष्टि से ओलंपिक को दक्षिण कोरिया के लिए सबसे बड़ा आयोजन करार देते हुए मैटिस ने कहा, 'हमारे लिए यह व्यावहारिक मुद्दा है. हमने पहले भी इनकी अभ्यास समयसीमा परिवर्तित की है. इसलिए हमारे लिए यह सामान्य लेन देन जैसा है. संयुक्त अभ्यास पैरालंपिक के बाद आयोजित किए जाएंगे.'

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अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस

केशवानंद धर दुबे

  • वॉशिंगटन,
  • 05 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:44 AM IST

अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने गुरुवार को कहा है कि यूएस साउथ कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास को ओलंपिक खेलों तक निलंबित कर दिया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त सैन्य अभ्यास पैरालंपिक बाद आयोजित किए जाएंगे, जो कि 18 मार्च को समाप्त होंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि शीतकालीन ओलंपिक तक दक्षिण कोरिया के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास टालने का निर्णय व्यावहारिक कारणों से लिया गया है, न कि राजनीतिक कारणों से.

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अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की दृष्टि से ओलंपिक को दक्षिण कोरिया के लिए सबसे बड़ा आयोजन करार देते हुए मैटिस ने कहा, 'हमारे लिए यह व्यावहारिक मुद्दा है. हमने पहले भी इनकी अभ्यास समयसीमा परिवर्तित की है. इसलिए हमारे लिए यह सामान्य लेन देन जैसा है. संयुक्त अभ्यास पैरालंपिक के बाद आयोजित किए जाएंगे.'

मैटिस ने ट्रंप के उस ट्वीट पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया जिसमें उन्होंने लिखा था कि अमेरिका के पास भी परमाणु बटन है जो किम जोंग-उंग के बटन से ज्यादा बड़ा और शक्तिशाली है. उन्होंने कहा- रक्षा मंत्री के तौर पर मेरा काम यह निर्धारित करना है कि मेरी सेना देश की रक्षा के लिए तैयार रहें.

बता दें कि कोरियाई प्रायद्वीप के लिए पिछला वर्ष तनाव पूर्ण रहा. लेकिन इस वर्ष की शुरुआत में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के भाषण पर दक्षिण कोरिया ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की. ये हालात प्रायद्वीप के तनाव को कम करने में सहायक हो सकते हैं.

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उत्तर-दक्षिण कोरिया के बीच शुरू होगी हॉटलाइन

हाल ही में किम जोंग-उन ने दक्षिण कोरिया के साथ अपने रिश्ते को बेहतर करने की पहल की है. किम ने संभावना जताई है कि उनका देश इस साल होने वाले शीतकालीन ओलंपिक खेलों के लिए अपने एथलीटों को दक्षिण कोरिया भेजेगा. इसके साथ ही अब दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच 'हॉटलाइन' फिर से शुरू होने जा रही है. बता दें 2016 में इस हॉटलाइन को बंद कर दिया गया था.  

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