राज्यसभा में उठा फोन टैपिंग का मुद्दा, सरकार ने कहा- जांच कराएंगे

राज्यभा में गुरुवार को सांसदों की फोन टैपिंग का मुद्दा उठाया गया, जिस पर सरकार की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब दिया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी.

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मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया मामले की जांच का आश्वासन मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया मामले की जांच का आश्वासन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2015,
  • अपडेटेड 12:44 PM IST

राज्यभा में गुरुवार को सांसदों की फोन टैपिंग का मुद्दा उठाया गया, जिस पर सरकार की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी ने जवाब दिया कि इस मामले की जांच कराई जाएगी.

प्राइवेसी का गंभीर उल्लंघन
समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल और कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने इस मुद्दे को सदन में उठाया. अग्रवाल का कहना है कि फान टैपिंग की रिपोर्ट को संदन में पेश करने से सांसदों की प्राइवेसी का उल्लंघन होगा. रिपोर्ट के मुताबिक, सांसदों की कॉल डिटेल बाहर निकाली जा सकती है. नरेश अग्रवाल का कहना है कि ये प्राइवेसी का गंभीर उल्लंघन है.

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नकवी ने दिया जांच का भरोसा
आंनद शर्मा ने कहा कि फोन टैपिंग का मामला काबू से बाहर होता जा रहा है. सांसद, वरिष्ठ नौकरशाह और न्यायपालिका के सदस्य इसकी शिकायत कर रहे हैं. मुख्तार अब्बास नकवी ने नरेश अग्रवाल और आंनद शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी.

जेटली से जुड़ा है मामला
मामला वित्त मंत्री अरुण जेटली की फोन टैपिंग से जुड़ा है. इस मामले पर बनी कमिटी का कहना है कि ये विशेषाधिकार का उल्लंघन नहीं है. नकवी ने सदन को भरोसा दिलाया कि रिपोर्ट पहले से सदन के पास है और इस पर फैसला सदस्यों के मुताबिक ही लिया जाएगा.

गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं
गौरतलब है कि दो साल पहले अरुण जेटली की फोन टैपिंग का खुलासा हुआ था. हालांकि तब तत्कालीन यूपीए सरकार ने सफाई दी थी कि जेटली के फोट की टैपिंग नहीं हुई थी, बल्कि उनके कॉल डिटेल्स मांगे गए थे. एयरटेल के नोडल अधिकारी के पास दिल्ली पुलिस के सहायक पुलिस अधीक्षक (अभियान) के ईमेल आईडी से किसी व्यक्ति ने जेटली के कॉल डाटा रिकार्ड मंगवाए थे. इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थीं.

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