UPPSC ने PCS 2018 परीक्षा में 831 पदों पर वैकेंसी के लिए नोटीफिकेशन जारी कर दिया है और इच्छुक उम्मीदवार 6 अगस्त तक www.uppsc.up.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इस साल 119 सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट्स और 100 डिप्टी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस पद के लिए भी आवेदन मांगे गए हैं.
ऐसा काफी समय बाद होने जा रहा है जब इतनी बड़ी संख्या में भर्ती होगी. ऐसा माना जा रहा है कि पीसीएस 2018 में पदों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है और पदों की संख्या 1000 से अधिक हो सकती है. ऐसे में नॉलेज फर्स्ट एजुकेशनल संस्थान के निदेशक पुष्कर मिश्रा ने बताया है कि इस परीक्षा के लिए छात्रों को तैयारी कैसे करनी चाहिए.
मिश्रा ने बताया कि पीसीएस परीक्षा राज्य केंद्रित परीक्षा होती है और ऐसे में अभ्यर्थी जिस भी राज्य में परीक्षा देने जाते हैं उन्हें उस राज्य के इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था और राजनीतिक व सामाजिक संरचना के बारें में अच्छी जानकारी होनी चाहिए. इसलिए यूपीपीसीएस परीक्षा देते समय उत्तर प्रदेश को लेकर इन तथ्यों का विशेष ध्यान रखें.
सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें
उन्होंने बताया कि यह परीक्षा यूपीएससी की तर्ज पर होनी है इसलिए अभ्यर्थी को विशेष रूप से सामान्य ज्ञान पर ध्यान देना होगा. इस परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थी को देश-विदेश में घट रही तमाम घटनाओं की जानकारी होनी चाहिए. अभ्यर्थी अखबार, पीआईबी की वेबसाइट पढ़ कर खुद को ज्यादा से ज्यादा अपडेट रख सकते हैं। इस परीक्षा में करेंट अफेयर्स की काफी अहम भूमिका होगी. इसके लिए छात्रों को प्रीलिम्स का सलेबस शॉर्टआउट कर और उस पर काम करना चाहिए.
पिछले साल के पेपर का अभ्यास करें
बतौर मिश्रा पीसीएस की परीक्षा के पुराने पेपर सॉल्व करें. छात्र पिछले साल के प्रश्न पत्रों के माध्यम से प्रयास करें और किस प्रकार के प्रश्न पूछे जा रहे हैं इस बारे में किसी न किसी प्रकार का विचार प्राप्त करने का प्रयास करें. उम्मीदवारों को भी प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करना चाहिए और जहां से हाल ही में प्रश्न बड़ी संख्या में पूंछे गये हैं उन क्षेत्रों का पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए.
एनसीईआईआरटी बुक्स का लें सहारा
उन्होंने कहा कि मॉक टेस्ट से अभ्यास करना सबसे ज्यादा कारगर होता है, प्रीलिम्स से पहले कम से कम 10-12 मॉक टेस्ट जरूर दें. इसके अलावा, ऑनलाइन स्रोतों से मार्गदर्शन लिया जा सकता है. बुनियादी अध्ययन सामग्री एनसीईआरटी, बेसिक बुक्स से ही पढ़ें.
मोहित पारीक