अब सवर्णों ने किया भारत बंद का ऐलान

डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने सभी जिलों के एसएसपी को लाइन ऑर्डर मेंटेन रखने के निर्देश जारी कर दिए हैं. जबकि सपाक्स व सवर्ण संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

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सवर्ण आंदोलन सवर्ण आंदोलन

संध्या द्विवेदी / मंजीत ठाकुर

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  • 05 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:12 PM IST

भोपाल। एससी-एसटी एक्ट कानून को और सख्त बनाना भाजपा के लिए अब मुश्किलें खड़ी करने लगा है. सवर्ण संगठनों के विरोध के बाद सियासी संगठन तो मौन हैं, लेकिन सामाजिक और आरक्षण के खिलाफ संघर्ष करने वाले सपाक्स जैसे संगठन खुलकर विरोध पर उतर आए हैं. मध्य प्रदेश में इसको लेकर जहां प्रदर्शन जारी हैं वहीं 6 सितंबर को भारत बंद के आह्वान ने सरकार की नींद उड़ा दी है.

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उत्तर प्रदेश में इस विरोध प्रदर्शन का असर कम है, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर, अशोक नगर, गुना, दतिया, और भिंड जिलों में धारा 144 लगा दी गई.

पिछली हिंसा से सबक लेते हुए प्रशासन ने इस बार कई जिलों में अलर्ट जारी कर भारी पुलिस की तैनाती किए जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. भीड़ से निपटने के लिए आंसू गैस के गोले भी थानों में पहुंचा दिए गए हैं.

इस बीच शिवराज सिंह ने लोगों से शांति की अपील की है. बुधवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा खरगौन पहुंची. यहां कई जगहों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रोड शो के साथ सभाओं को भी संबोधित किया, लेकिन चुरहट में सीएम के ऊपर चप्पल उछाले जाने और सवर्ण संगठनों के विरोध प्रदर्शनों के ऐलान के बाद जन आशीर्वाद यात्रा में भारी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

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यहां सीएम ने सभा को काफी दूर से संबोधित किया और पत्रकारों से भी दूरी बनाए हुए सुरक्षा घेरे में दिखे. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैने किसी वर्ग से भेदभाव नहीं किया है.

सभी समाज के लोगों को आपस में बैठकर ही किसी समस्या का हल निकालना चाहिए. प्रदेश की शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. जबकि कांग्रेस की प्रदेश मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने कहा कि भाजपा सरकार अपने अपने ही मायाजाल में उलझ गई है.

बीजेपी के मंत्री भाग रहे हैं. उन्होंने भारत बंद के आह्वान पर कहा कि सभी को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की आजादी है. वहीं सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी कहते हैं कि इस आंदोलन में सवर्ण और ओवीसी दोनों ही शामिल हो रहे हैं.

सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटते हुए एक्ट में बदलाव कर केन्द्र सरकार ने धोखा किया है और इसके विरोध को सपाक्स का पूर्ण समर्थन है. वहीं प्रदेश भर में राज्य सरकार के निर्देश पर अलर्ट जारी कर दिया गया है.

डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने सभी जिलों के एसएसपी को लाइन ऑर्डर मेंटेन रखने के निर्देश जारी कर दिए हैं. जबकि सपाक्स व सवर्ण संगठनों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. इस आंदोलन में धार्मिक कथा वाचक देवकी नंदन ठाकुर के खुलकर आने से भी प्रशासन की नींद उड़ी है. उन्होंने भारत बंद के लिए अपने फॅालोअर्स से भी समर्थन देने को कहा है.

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वहीं पिछले दो अपैल को गवालियर में दलित आंदोलन के दौरान कई पेट्रोल पंपों पर हमले की घटना को देखते हुए पेट्रोल पंप एशोसियेशन प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप 6 सितंबर को शाम 4 बजे तक बंद रखने का ऐलान किया है.

ग्वालियर में सपाक्स संगठन ने भाजपा के प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे को काले झंडे दिखाने की कोशिश की. इससे विरोधस्वरूप महापौर विवेक शेजवलकर को चूडिय़ां और श्रृंगार सामग्री भेंट की.

बंद के दौरान जारी रहेगा सीएम का दौरा गुरुवार 6 सितंबर को सपाक्स का बंद का आह्वान और इसी दिन सीएम शिवराज की जन आशीर्वाद यात्रा होने को लेकर प्रशासन की टेंशन काफी हद तक बढ़ गई है.

हालात यह हो गए है कि हरदा को इस दिन के लिए छावनी में बदला जा रहा है. सभी जगह से फोर्स बुला ली गई है. होशंगाबाद से 170 बल भेजा गया है। गुरुवार को सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा के हरदा आएगी.

यहां सपाक्स के अलावा विभिन्न सामाजिक संगठन और राजनीतिक दल अपनी अपनी मांगों को लेकर अलग अलग ढंग से विरोध जताने जा रहे हैं.

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