खालिद मुजाहिद की मौत के CBI जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश की फैजाबाद जिला कचहरी में 23 नवंबर 2007 को हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के आरोपी खालिद मुजाहिद की शनिवार को फैजाबाद न्यायालय से वापस लखनऊ जेल लाते समय रास्ते में बारांबकी में मौत हो गई. यूपी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं.

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aajtak.in

  • लखनऊ,
  • 19 मई 2013,
  • अपडेटेड 5:13 AM IST

उत्तर प्रदेश की फैजाबाद जिला कचहरी में 23 नवंबर 2007 को हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के आरोपी खालिद मुजाहिद की शनिवार को फैजाबाद न्यायालय से वापस लखनऊ जेल लाते समय रास्ते में बारांबकी में मौत हो गई. यूपी सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं.

पुलिस हिरासत में खालिद मुजाहिद की मौत मामले में यूपी के पूर्व डीजीपी, एडीजी व एटीएस के चार अधिकारियों व पचास अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या व हत्या की साजिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज गया है.

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जौनपुर से आये खालिद के घरवालों ने खालिद की मौत के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए बिना खालिद के शव का पोस्ट मार्टम करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद आनन-फानन में बड़े अधिकारियों से वार्ता के बाद ये मुकदमा दर्ज किया गया.
शनिवार को फैजाबाद के प्रभारी पुलिस उपमहानिरीक्षक धर्मेद्र सिंह यादव ने खालिद मुजाहिद की मौत की पुष्टि की और बताया कि उसकी मौत गर्मी की वजह से हुई. हालांकि अभी यह जांच का विषय है. विस्फोटों के आरोपी खालिद मुजाहिद, तारिक काजमी, मो.अख्तर और सज्जादुर्रहमान का मुकदमा फैजाबाद में चल रहा है.

लखनऊ जेल में बंद होने की वजह से उन्हें हर पेशी पर पुलिस के कड़े पहरे में फैजाबाद ले जाया जाता है और वहीं इनकी सुनवाई होती है. सुनवाई के बाद लखनऊ वापसी के दौरान रामसनेही घाट क्षेत्र में खालिद मुजाहिद अचानक पुलिस वाहन में ही बेहोश हो गया. पुलिस वालों ने उस पर पानी छिड़का लेकिन वह होश में नहीं आया. उसे तत्काल बाराबंकी जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

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मूलरूप से जौनपुर का रहने वाला खालिद मुजाहिद का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके घर वालों को सौंपा जा सकता है, हालांकि इस पर निर्णय उच्चाधिकारियों को लेना है. इन आरोपियों की सुनवाई के लिए फैजाबाद जेल में विशेष अदालत लगती है क्योंकि इनकी गिरतारी के बाद जब उन्हें फैजाबाद कचहरी में पेश किया गया था तो वकीलों ने जमकर हंगामा किया था.

इन आरोपियों के साथ धक्कामुककी भी की गई थी, इसलिए इनकी सुनवाई फैजाबाद की जेल में ही की जा रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने इन आरोपियों से मुकदमे वापस करने का प्रयास किया था जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया. फैजाबाद-वाराणसी और लखनऊ कचहरी में 23 नवंबर 2007 को सिलसिलेवार विस्फोट हुए थे जिसमें कुछ लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. इस बीच सूत्रों ने बताया कि अन्य तीनों आरोपियों को लखनऊ जेल पहुंचा दिया गया.

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