UGC के नए नियम, टीचर भर्ती में PHD से ज्यादा ग्रेजुएशन की वैल्यू

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानि यूजीसी ने अपने नियमों में ग्रेजुएट उम्मीदवारों को पीएचडी से ज्यादा अहम माना है और ग्रेजुएट उम्मीदवारों का स्कोर पीएचडी से भी ज्यादा तय किया है.

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प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

मोहित पारीक

  • नई दिल्ली,
  • 13 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 11:53 AM IST

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानि यूजीसी ने अपने नियमों में ग्रेजुएट उम्मीदवारों को पीएचडी से ज्यादा अहम माना है और ग्रेजुएट उम्मीदवारों का स्कोर पीएचडी से भी ज्यादा तय किया है. आयोग ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों में टीचर भर्ती के लिए नए नियम जारी किए हैं, जिसमें ग्रेजुएशन किए हुए उम्मीदवारों को ज्यादा स्कोर दिया गया है.

इस ड्राफ्ट के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर अप्लाई करने पर ग्रेजुएट उम्मीदवारों को 21 स्कोर दिया जाएगा और पीएचडी किए हुए उम्मीदवारों को 20 स्कोर ही दिया जाएगा. इससे साफ होता है कि आयोग प्रोफेसर पद के लिए अच्छे अंकों से पास ग्रेजुएट को प्राथमिकता दे रही है. इस ड्राफ्ट के अनुसार ग्रेजुएशन में 80 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को 21, 60 से 79 फीसदी अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को 19 और 55 से 59 फीसदी अंक हासिल करने वाले को 16 स्कोर दिए जाएंगे.

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वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन में 80 फीसदी से अधिक हासिल करने वाले उम्मीदवारों को 33, 60 से 79 फीसदी अंक हासिल करने वालों को 30 और 55 से 59 फीसदी अंक हासिल करने वालों को 25 स्कोर दिया जाएगा. साथ ही एमफिल उम्मीदवारों को 7 स्कोर दिया जाएगा और पीएचडी धारकों को 20 अंक दिए जाएंगे.

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इसमें टीचिंग का अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को 10 स्कोर का फायदा होगा. बता दें कि इस स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों का टीचर पद पर चयन किया जाता है. बताया जा रहा है कि नए नियमों से ग्रामीण इलाकों से ग्रेजुएशन करने वाले उम्मीदवारों पर इसका असर ज्यादा पड़ेगा.

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