अभी तो बात दिल में ही थी. अभी तो मीठे स्वर कंठ से निकले ही थे. अभी तो वो सुर होठों पर आए ही थे. अभी तो जुगलबंदी बन ही रही थी. अभी तो उनके कदम बढ़े भी नहीं थे. अभी तो उन्होंने अपनी बात रखी भी नहीं थी. अभी तो चंद लम्हे हुए ही थे...कि अचानक तुर्की के दिल पर धमाके हुए. लगातार एक के बाद एक...वो आठ सेकेंड.
उन आठ सेकेंडों में ही सबकुछ बदल गया. छह सेकेंड पहले तक लोग शांति का आह्वान कर रहे थे. उन कुर्दों से जो सरकार से विद्रोह कर रहे हैं. उस सरकार से जो उन विद्रोहियों से लड़ रही है. और जिस दौरान यह सब हो रहा था, कोई था जो इन लम्हों को कैमरे में कैद कर रहा था. ये लोग ओडब्ल्यूएस वीक नाम के ग्रुप के थे, जो दुनियाभर में आतंक और हैवानियत के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में हिस्सा लेता है. अमन के उन संदेशों को दुनियाभर में फैलाता है. इस ग्रुप ने अंकारा में हुए धमाकों को भी कैमरे में कैद कर लिया और आठ सेकेंड का यह वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया.
विकास वशिष्ठ