रूस के पास मुश्किलें बढ़ाने वाले डोजियर की खबर को ट्रंप ने बताया बकवास

अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के पास उनके खिलाफ संवेदनशील सूचनाएं होने से जुड़ी रिपोर्ट को बेहूदा बताकर खारिज किया और कहा कि इसे संभवत: अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने लीक किया होगा. इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अगर उन्होंने (खुफिया एजेंसियों) ऐसा किया है तो उनके रिकार्ड पर यह बड़ा धब्बा होगा.

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डोनाल्ड ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप

विष्णु नारायण

  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:35 AM IST

अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के पास उनके खिलाफ संवेदनशील सूचनाएं होने से जुड़ी रिपोर्ट को बेहूदा बताकर खारिज किया और कहा कि इसे संभवत: अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने लीक किया होगा. इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अगर उन्होंने (खुफिया एजेंसियों) ऐसा किया है तो उनके रिकार्ड पर यह बड़ा धब्बा होगा.

ट्रंप ने बीते छह महीने में दिए अपने पहले औपचारिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मुझे लगता है कि यह कलंक होगा, अगर सूचना को सार्वजनिक किया जाता है. मैंने सूचना देखी है, मैंने सूचना उस बैठक के बाहर पढ़ी थी.'

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वहीं रूस के पास उनके खिलाफ संवेदनशील सूचनाएं होने से जुड़े डोजियर पर निर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, यह फर्जी खबर है. यह जाली दस्तावेज है. ऐसा कभी नहीं हुआ. उन्होंने यह माना कि डेमोक्रेटिक पार्टी के कंप्यूटरों को हैक करने में रूस और कुछ अन्य देशों का हाथ था.'

अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करने से महज 9 दिन पहले किए गए अपने बहु-प्रतिक्षित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, जहां तक हैकिंग का सवाल है, मुझे लगता है यह रूस का काम है, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि कुछ अन्य देशों ने भी हैकिंग की है. ट्रंप ने कहा, डीएनसी हैकिंग के लिए पूरी तरह खुला हुआ था. उन्होंने बहुत ही खराब तरीके से काम किया. उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन नेशनल कमेटी को हैक करने के प्रयास विफ रहे और उन्हें सफलता नहीं मिली.

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इस संवाददाता सम्मेलन के दौरान काफी संयमित दिख रहे डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनकी टीम कम्प्यूटर के क्षेत्र में कुछ महान दिमागों को इकट्ठा करने वाली है और विदेशियों द्वारा हैकिंग के खिलाफ सुरक्षा बढ़ाने वाली है.

मीडिया में इस संदर्भ में खबरें आने के बाद कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति बराक ओबामा और ट्रंप को अपुष्ट रिर्पोटों का सारांश सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि रूस ने ट्रंप के खिलाफ संवेदनशील प्रकृति की व्यक्तिगत सूचनाएं जुटाई हैं.

खुफिया सूचनाओं के लीक पर मास्को की प्रतिक्रिया की ओर संकेत करते हुए ट्रंप ने कहा कि पुतिन और रूस ने कहा कि यह फर्जी खबर है. उन्होंने कहा, मैं इस तथ्य का सम्मान करता हूं कि उन्होंने ऐसा कहा. अगर उन्होंने आरएनसी हैक किया होता, तो उसे रिलीज कर चुके होते. ट्रंप ने कहा, अगर पुतिन डोनाल्ड ट्रंप को पसंद करते हैं, यह संपत्ति है, कोई दायित्व नहीं. मैं आशा करता हूं कि मेरी और पुतिन की आपस में बने, पर बहुत संभावना है कि ऐसा नहीं होगा. ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन 90 दिनों के भीतर हैकिंग पर विस्तृत रिपोट्र जारी करेगा.


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