दिवाली पर दिल्ली में फूटे पटाखों के कारण सड़कों पर बड़ी मात्रा में कूड़ा इकट्ठा हो गया था, जिसे अगले दिन एमसीडी ने सड़कों से उठाकर लैंडफिल साइटों तक पहुंचाया. दिवाली के अगले दिन दिल्ली की तीनों एमसीडी से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की सड़कों से कुल छह हजार मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा उठाया गया.
अगर बात पूर्वी दिल्ली नगर निगम की करें, तो निगम के डेम्स विभाग ने पूर्वी दिल्ली के इलाकों से 1,143 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया. शुक्रवार शाम चार बजे तक शाहदरा नॉर्थ जोन के इलाकों से 625 मैट्रिक और शाहदरा साउथ जोन के इलाकों से 518 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया गया.
इसके अलावा पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों से कूड़ा नहीं उठाए जाने की शिकायतें आईं. इसके बाद इन इलाकों में मेयर नीमा भगत ने खुद अपनी देखरेख में कूड़ा उठवाया. मेयर को शिकायत मिलने के बाद 15 ऑटोटिप्पर को कूड़ा उठाने में लगाया गया.
इसके अतिरिक्त साउथ एमसीडी डेम्स विभाग ने करीब 3,850 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया. निगम के मुताबिक 3,850 मीट्रिक टन कूड़े को सिर्फ उठाया ही नहीं गया, बल्कि कूड़े का निपटान इस तरह से किया गया कि बेहद कम संख्या में कूड़ा लैंडफिल साइट तक पहुंचे.
वहीं, नॉर्थ दिल्ली के इलाकों में भी दिवाली पर एक हजार मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा जमा हो गया था. शुक्रवार को नॉर्थ एमसीडी ने 1,040 मीट्रिक टन कूड़े को भलस्वा लैंडफिल साइट पर पहुंचाया. दिल्ली में इतने कूड़े से साफ होता है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से पटाखों की बिक्री पर लगाई गई रोक के बावजूद जमकर आतिशबाजी की गई.
रवीश पाल सिंह