यह म्यांमार के इतिहास का सबसे जरूरी चुनाव है: आंग सान सू की

म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की ने कहा है कि उनके देश में होने वाले चुनाव आजाद म्यांमार के इतिहास के सर्वाधिक महत्वपूर्ण चुनाव हैं और ये देश का भविष्य तय करेंगे.

Advertisement
आंग सान सू की आंग सान सू की

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 5:26 AM IST

म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की ने कहा है कि उनके देश में होने वाले चुनाव आजाद म्यांमार के इतिहास के सर्वाधिक महत्वपूर्ण चुनाव हैं और ये देश का भविष्य तय करेंगे.

नेशनल लीग फार डेमोक्रेसी (एनएलडी) की अध्यक्ष और म्यांमार में विपक्ष की नेता सू की ने इंडिया टुडे टीवी से 8 नंवबर को होने वाले चुनाव के संदर्भ में कहा, 'यह चुनाव अगली कई पीढ़ियों तक के लिए देश के भविष्य को बदल देगा. इसलिए हम लोगों से कह रहे हैं कि वे अपने लिए मत नहीं दे रहे हैं बल्कि वे अपने बच्चों और बच्चों के बच्चों के लिए मत दे रहे हैं.' म्यांमार की नई संसद में 25 फीसदी सीट सेना के लिए आरक्षित हैं. सू की ने कहा कि देश की सैन्य व्यवस्था को बदलने और देश को चलाने की जिम्मेदारी लोकतांत्रिक पार्टी को देने के लिए जरूरी है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हों.

Advertisement

मतदाता सूची में गड़बड़ी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अध्यक्ष तक को यह कहना पड़ा है कि वह सूची के महज 30 फीसदी हिस्से के सही होने की गारंटी ले सकते हैं. सू की से पूछा गया कि उनके राष्ट्रपति बनने पर रोक की स्थिति में वह कौन से पद पर रहना चाहेंगी. उन्होंने कहा, 'मैंने यह साफ कर दिया है कि अगर एनएलडी जीतती है और हम सरकार बनाते हैं तो मैं सरकार का नेतृत्व करूंगी, चाहे मैं राष्ट्रपति रहूं या न रहूं.' सू की ने उल्टे सवाल पूछा, 'क्या देश का नेतृत्व करने के लिए राष्ट्रपति होना जरूरी है?'

सोनिया की राह पर आंग सान...
उनसे पूछा गया कि क्या वह भारत में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जैसी भूमिका अपने लिए देख रही हैं, सू की ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि हम चुनाव जीतेंगे. आप देखेंगे कि हम यह कैसे करते हैं.' 1990 में एनएलडी ने जीत हासिल की थी लेकिन सेना ने चुनाव को रद्द कर दिया था. सू की ने कहा, 'इस बार ऐसा नहीं होगा क्योंकि लोग अब अपने लिए खड़े होने के लिए पहले से अधिक तैयार हैं' सू की ने कहा कि देश में बहुत मतभेद हो चुके. अब मेल मिलाप का समय है. अगर एनएलडी जीती तो सेना को एक सम्मानित भूमिका की वह गारंटी देती हैं.

Advertisement

-इनपुट भाषा

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement