चीन-भारत मिले तो एक तिहाई दुनिया हो जाएगी संकट मुक्त: PM

चीन के शंघाई में भारतीयों के बीच पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'वक्त तेजी से बदल रहा है. चीन में भारतीय प्यार से रह रहे हैं. आज से ठीक एक साल पहले चीन में रहने वाले भारतीय लोकसभा चुनाव का रिजल्ट पूछ रहे थे.'

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फूदान यूनिवर्सिटी में पीएम नरेंद्र मोदी फूदान यूनिवर्सिटी में पीएम नरेंद्र मोदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 मई 2015,
  • अपडेटेड 4:18 PM IST

चीन दौरे के आखिरी दिन पीएम नरेंद्र मोदी शंघाई की फूदान यूनिवर्सिटी पहुंचे. पीएम मोदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'ज्ञान का न पूरब होता है, न पश्चिम'. ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे चीन की 2 यूनिवर्सिटी में बोलने का मौका मिला. वेद में कहा गया कि ज्ञान को हर जगह से आने दिया जाए.'

मोदी ने आगे कहा, 'ज्ञान के लिए दरवाजा खोलने के लिए भीतर ताकत की जरूरत होती है. अगर ये ताकत हम में न हो, तो ज्ञान प्राप्त नहीं हो सकता है. दोनों देश ज्ञान के प्यासे हैं. बुद्ध के बाद गांधी के सहारे को चीन को जानना बड़ी बात है. महात्मा गांधी युग पुरुष थे. 1400 साल पहले ह्वेंगसांग भारत आए थे.' मोदी ने कहा कि आतंकवाद, ग्लोबल वार्मिंग दुनिया के बड़े मुद्दे हैं. ज्ञान के आधार पर ही हमारा कल्याण हो सकता है. मोदी ने कहा कि भारत और चीन मिल जाएं तो एक तिहाई दुनिया संकट मुक्त हो जाएगी.

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अतीत को याद करते हुए मोदी ने कहा कि गांधी जी ने भी चीन की तारीफ की थी. जैंग शैंग को गांधी जी ने शांति टी नाम दिया था. दोनों की मुलाकात आमरण अनशन के दौरान हुई थी. टी ने चीन में लौटकर अखबार चलाया था. चीन और भारत मिल गए तो दुनिया का एक-तिहाई हिस्सा संकट मुक्त हो जाएगा. मोदी के भाषण के आखिर में वहां उपस्थित कार्यक्रम में मोदी-मोदी के नारे लगाए.

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