भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैच की वनडे मैचों की सीरीज में भी प्रयोग करना जारी रखेगी, ताकि ‘विश्व कप टीम’ के स्थान सुनिश्चित हो सकें. टीम धीरे-धीरे विश्व कप के रंग में ढल रही है और जहां तक कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री का संबंध है, तो हाल में समाप्त हुई टी-20 सीरीज में 0-2 की हार भी इस योजना पर कोई असर नहीं होगा. सीरीज का पहला मुकाबला 2 मार्च को हैदराबाद में दोपहर 1.30 बजे से खेला जाएगा.
कोहली ने बेंगलुरू में मिली हार के बाद कहा, ‘हर टीम विश्व कप से पहले खुद को बेहतर करना चाहती है और हम वनडे सीरीज में भी यही क्रम जारी रखेंगे, लेकिन फिर भी हम हर मैच को जीतना चाहते हैं.’ कम से कम चार खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखा जाएगा और अच्छा प्रदर्शन सुनिश्चित करेगा कि उन्हें विश्व कप टीम में प्रवेश मिलेगा या नहीं. केएल राहुल, ऋषभ पंत, विजय शंकर और सिद्धार्थ कौल ये चार खिलाड़ी हैं, जो ब्रिटेन जाने वाली 15 सदस्यीय टीम में दो उपलब्ध स्थानों के लिए जद्दोजहद करेंगे.
हालांकि कई का मानना है कि दिनेश कार्तिक को भी टीम में जगह बनाने के मौके से बाहर नहीं किया जा सकता और वो भी इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निगाह लगाए होंगे. लेकिन, इन चार खिलाड़ियों के लिए ये पांच मैच ‘परीक्षा की घड़ी’ होंगे और अंतिम एकादश में शामिल किए जाने के बाद वे अपना सर्वश्रेष्ठ करना चाहेंगे.
राहुल ने दो टी-20 में 50 और 47 रनों की पारी खेली, वह अच्छी लय में हैं और शीर्ष क्रम में उन्हें और मौके मिलने की उम्मीद है. यह बल्लेबाज रिजर्व सलामी बल्लेबाज के स्थान को कब्जाना चाहता है और कौन जानता है, अगर शिखर धवन की अनिरंतर फॉर्म जारी रहती है, तो वह टीम में स्थान पक्का कर सकता है.
हैदराबाद वनडे से पहले महेंद्र सिंह धोनी हुए चोटिल, नेट पर कर रहे थे बल्लेबाजी
सभी की निगाहें ऋषभ के प्रदर्शन पर लगी हैं, जो छोटे प्रारूप में निरंतर प्रदर्शन नहीं कर सके हैं. लेकिन उनकी प्रतिभा और अकेले दम पर मैच में जीत दिलाने की क्षमता को देखते हुए टीम प्रबंधन अंतिम फैसला करने से पहले उसे कुछ और मैच देना चाहेगा. विजय शंकर की गेंदबाजी इतनी बेहतर नहीं है, लेकिन हार्दिक पंड्या की फिटनेस के कारण वह दूसरे आलराउंडर के स्थान पर दावा करने के लिए दौड़ में बने रहेंगे, हालांकि पंड्या पहली पसंद रहेंगे.
कौल टीम में रिजर्व तेज गेंदबाज के रूप में जगह बना सकते हैं, क्योंकि टीम प्रबंधन की खलील अहमद को परखने की योजना का मनमुताबिक नतीजा नहीं मिला. मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह पहली पसंद हैं, जिससे कौल को अपनी काबिलियत साबित करने के लिए शायद दो मैच मिल सकते हैं.
लेकिन कोहली और कोच शास्त्री ‘कोर टीम’ में ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करना चाहेंगे, क्योंकि सीरीज में शानदार जीत हमेशा बेहतर होगी. अंबति रायडू, अनुभवी ऑलराउंडर केदार जाधव और शमी भारतीय टीम में वापसी कर चुके हैं तो एरॉन फिंच और उनके खिलाड़ियों के लिए वनडे सीरीज पूरी तरह से अलग तरह की चुनौती होगी.
वहीं, कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ओर युजवेंद्र चहल की जोड़ी मध्य के ओवरों में रन गति पर लगाम कसने का काम करेगी. जाधव की गेंदबाजी का सामना करने में ग्लेन मैक्सवेल, डार्सी शार्ट, मार्कस स्टोइनिस और शॉन मार्श को परेशानी हो सकती है.
बुमराह को सीरीज में भारत की स्थिति को देखते हुए एक या दो मैचों में आराम दिया जा सकता है, क्योंकि वह इंग्लैंड में भारत के मुख्य गेंदबाज होंगे. वहीं, ऑस्ट्रेलियाई टीम टी-20 की लय को जारी रखना चाहेंगी. नाथन लियोन की मौजूदगी उसके स्पिन विभाग को पैना करेगी, जिसमें उनके साथ एडम जांपा होंगे.
टीमें इस प्रकार हैं -
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, अंबति रायडू, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, विजय शंकर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, ऋषभ पंत, सिद्धार्थ कौल, लोकेश राहुल, रवींद्र जडेजा.
ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), डार्सी शार्ट, शॉन मार्श, मार्कस स्टोइनिस, उस्मान ख्वाजा, एलेक्स कैरी, पीटर हैंड्सकॉम्ब, एश्टन टर्नर, एडम जांपा, जेसन बेहरेनडोर्फ, जे. रिचर्डसन, पैट कमिंस, एंड्रयू टाई, नाथन कूल्टर नाइल, नाथन लियोन.
aajtak.in