रास्ता नहीं गड्ढा...नहीं आई एंबुलेंस...6 KM कंधे पर पत्नी को पहुंचाया अस्पताल

सोमवार शाम को कुमारी को प्रसव पीड़ा हुई. उसके पति मधेश ने एंबुलेंस के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सुंदरपुर की सड़कों पर नहीं आ सकी, क्योंकि बारिश के कारण सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं.

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गर्भवती महिला को कंधे पर ढोते परिजन (फोटो-शालिनी मारिया लोबो) गर्भवती महिला को कंधे पर ढोते परिजन (फोटो-शालिनी मारिया लोबो)

शालिनी मारिया लोबो

  • इरोड,
  • 04 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:05 PM IST

कंधे पर मरीज को ढोकर अस्पताल ले जाने की तस्वीर आपने कई बार देखी होगी. ताजा मामला तमिलनाडु के इरोड का है. यहां एक गर्भवती महिला को कंधे पर उठाकर उसके परिजनों ने अस्पताल पहुंचाया. परिजनों को 6 किलोमीटर तक चलना पड़ा. बाद में एक प्राथमिक अस्पताल में उसने बच्चे को जन्म दिया.

सोमवार शाम को कुमारी को प्रसव पीड़ा हुई. उसके पति मधेश ने एंबुलेंस के लिए 108 को फोन किया लेकिन एंबुलेंस सुंदरपुर की सड़कों पर नहीं आ सकी, क्योंकि बारिश के कारण सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं. इसके बाद मधेश और उसके साथी ग्रामीणों ने बांस की मदद से एक कपड़े का पालना बनाया और कुमारी को मैदानों तक ले गए. मधेश ने 6 किलोमीटर का लंबा सफर करीब ढाई घंटे में तय किया.

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मैदानी इलाके में पहुंचने के बाद भी मधेश को एंबुलेंस के लिए कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा. प्रसव पीड़ा बढ़ता देख कुमारी को बरगुर के प्राथमिक अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां उसने बच्चे को जन्म दिया. फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों की हालत ठीक है.

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