नोटबंदी को 41 दिन हो चुके हैं, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं हुए. कैश की किल्लत से जूझ रहे लोग बैंकों और एटीएम के बाहर घंटों लाइन में लगे रहने को मजबूर हैं. इस बीच रविवार को स्वराज इंडिया ने प्रशांत भूूषण के नेतृत्व में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल योगेंद्र यादव ने कहा कि सरकार ने काला धन खत्म करने के लिए नोटबंदी का फैसला लिया, लेकिन कालेधन के असली हाथी तो राजनीतिक पार्टियां है. सरकार को चाहिए कि उनके खातों की विशेष जांच करें.
प्रदर्शन के दौरान योगेंद्र यादव मोदी सरकार के साथ-साथ अन्य राजनीतिक पार्टियों पर खूब बरसें. उन्होंने कहा कि नोटबंदी को लेकर संसद में पार्टियां एक-दूसरे से लड़-झगड़ रही हैं. नोटबंदी लागू कर सरकार ने हाथी की पूछ तो पकड़ ली, लेकिन आगे क्या? योगेंद्र यादव ने कहा, 'राजनीतिक दलों को 20 हजार से नीचे की जानकारी देने की छूट मिली है, उसपर रोक लगनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार ने ना तो नोटबंदी पर होमवर्क किया और ना ही सही से प्लानिंग की. नोटबंदी से सिर्फ जनता परेशान हो रही है. बड़ा सवाल ये है कि क्या देश की जनता को काले धन से मुक्ति मिलेगी. वहीं एक तरफ स्वराज इंडिया राजनीतिक दलों के चंदे की जांच की मांग कर रहा है तो मंच के नजदीक स्वराज इंडिया ने जंतर मंतर पर चंदे के लिए काउंटर लगाया है.
अंजलि कर्मकार / पंकज जैन