जानिए किसने कहा- 'लालू इज द ग्रैंडफादर ऑफ आल करप्शंस इन बिहार'

इसके साथ ही सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट में लिखा कि ''लालू इज द ग्रैंडफादर आफ आल करप्शन्स इन बिहार.'' आपको बता दें कि यह उस ट्वीट का जवाब है जिसमें लालू यादव ने लिखा था कि ''बालू इज ग्रैंडफादर ऑफ कंस्ट्रक्शन.''

Advertisement
लालू यादव और सुशील कुमार मोदी लालू यादव और सुशील कुमार मोदी

अंकुर कुमार / सुजीत झा

  • नई दिल्ली ,
  • 09 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:09 PM IST

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट करके आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि आरजेडी को फंडिंग करने वाले बालू माफिया पर कानून का शिकंजा कसने से लालू प्रसाद परेशान हो गए हैं. मोदी ने कहा कि लालू यादव को इस बात से कोई मतलब नहीं कि दियारा क्षेत्र में मनमाने बालू खनन से हुए गड्ढों के चलते जिनके बच्चे नहाने के दौरान किनारे पर ही डूब गए, उनके दिलों पर क्या बीती? वे तो बस इसी से खुश हैं कि बालू माफिया के लोगों ने राबड़ी देवी के तीन फ्लैट एक ही दिन में खरीद लिए.

Advertisement

इसके साथ ही सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट में लिखा कि ''लालू इज द ग्रैंडफादर आफ आल करप्शन्स इन बिहार.'' आपको बता दें कि यह उस ट्वीट का जवाब है जिसमें लालू यादव ने लिखा था कि ''बालू इज ग्रैंडफादर ऑफ कंस्ट्रक्शन.''

मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद ने अपने नॉन-मैट्रिक पुत्र तेजस्वी यादव को पहली बार विधायक बनने पर ही उप-मुख्यमंत्री बनवा दिया, जिसका परिणाम 20 महीनों तक जनता को भुगतना पड़ा. अब वे चार फुट के चौथी पास लोगों को सिपाही बहाल करने की बात कर एक तरफ बिहार की जवानी को शर्मसार करते हुए शिक्षित-सुयोग्य नौजवानों की नौकरी के अवसर छीनना चाहते हैं. वहीं दूसरी ओर अपराधियों का काम आसान कर पार्टी और परिवार की फंडिंग बढ़ाना चाहते हैं. आपको बता दें कि बुधवार को लालू ने एलान किया था कि अगली बार उनकी सरकार बनी तो चौथी पास को भी पुलिस में नौकरी मिलेगी. इसी पर सुशील मोदी ने सवाल किया कि चार-फुटे सिपाही क्या बालू-शराब माफिया के अपराधी लोगों को पकड़ पाएंगे?

Advertisement

जीएसटी काउंसिल की बैठक में भाग लेने गए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद के सबसे बड़े कर सुधार के रूप में लागू GST पर मिले सुझावों पर लगातार अनुकूल रुख अपनाते हुए अब तक 100 वस्तुओं पर कर घटाया गया है. अभी जो 227 वस्तुएं 28 फीसद कर के दायरे में हैं, उनमें से रोजमर्रा इस्तेमाल की 80 प्रतिशत वस्तुओं पर भी कर 10 फीसद तक कम किये जा सकते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement