प्रभु के सुधारों का दिखने लगा असर, बढ़ी यात्रियों की संख्या

रेलवे में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में 5 सालों के बाद पहली दफा बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वित्तवर्ष 2016-17 में पिछले साल की तुलना में 7 करोड़ ज्यादा यात्रियोंने रेलवे में सफर किया. इस दौरान कुल मिलाकर 822.1 करोड़ यात्रियों ने रेलगाड़ियों में सफर किया. इस वजह से पिछले साल की तुलना में रेलवे ने 1906 करोड़ रुपए यात्री भाड़े में ज्यादा कमाए हैं.

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सिद्धार्थ तिवारी

  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 12:14 PM IST

रेलवे में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में 5 सालों के बाद पहली दफा बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वित्तवर्ष 2016-17 में पिछले साल की तुलना में 7 करोड़ ज्यादा यात्रियों ने रेलवे में सफर किया. इस दौरान कुल मिलाकर 822.1 करोड़ यात्रियों ने रेलगाड़ियों में सफर किया. इस वजह से पिछले साल की तुलना में रेलवे ने 1906 करोड़ रुपए यात्री भाड़े में ज्यादा कमाए हैं. रेल यात्रियों की बढ़ी हुई संख्या से उत्साहित रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हाल के वर्षों में रेलवे में किए गए सुधार की वजह से उनको यह सफलता मिली है.

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रेल मंत्री के मुताबिक पिछले कुछ सालों से वे देख रहे थे कि रेलगाड़ियों में सफर करने वालों की संख्या घट रही थी. ऐसे में उन्होंने घटती संख्या को बढ़ाने को लेकर कदम उठाए. इसके अलावा उन्होंन माल भाड़े में आने वाली गिरावट को लेकर भी कई कदम उठाए. इसका फायदा रेलवे को जनवरी से मार्च के बीच मिला है. वे कहते हैं कि इन तीन महीनों में काफी अच्छी लोडिंग हुई है. वे आगे आने वाले महीनों में माल भाड़े की और अधिक बढ़ोत्तरी के लिए कुछ और कदम उठाने की भी बात कहते हैं.

रेलवे में पहली बार खुला नॉन फेयर डायरेक्टरेट
रेल मंत्री का कहना है कि रेलवे में पहली बार एक नॉन फेयर डायरेक्टरेट खोली गई. इस तरह से नॉन फेयर रेवेन्यू को बढ़ाने में भी सफलता मिली है. वे कहते हैं कि आने वाले दिनों में देखा जाएगा कि इसमें और भी बढ़ोत्तरी होगी. इसके अलावा खर्चे कम करने पर भी रेलवे ने इस साल अधिक जोर दिया. इस तरह जहां एक तरफ रेवेन्यू बढ़ी. वहीं दूसरी तरफ कॉस्ट कटिंग की वजह से पैसों की बचत हुई जिसका फायदा रेलवे को मिला है. वे आगे कहते हैं कि रेलवे को डबलिंग, ट्रिपलिंग के काम में काफी ज्यादा सफलता मिली है.
वे कहते हैं कि पिछले वित्तीय वर्ष में विद्युतीकरण का कार्य लक्ष्य से कहीं ज्यादा किया गया है. रेल मंत्री ने कहा कि हमने पिछले 6 साल में जितने बायो टॉयलेट लगाए थे उतने ही बायो टॉयलेट पिछले 1 साल में लगाए गए हैं. इस साल कुल 36000 बायो टॉयलेट लगाए गए हैं. वे कोशिश कर रहे हैं कि अगले 5 सालों में जो भी विद्युतीकरण हुआ है वे उसका डबल करेंगे.

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गौरतलब है कि 2012 से रेलवे यात्री भाड़े में लगातार नेगेटिव ग्रोथ दिखा रही थी. 5 सालों में पहली दफा रेलवे को यात्री भाड़े में कमाई होती दिख रही है. पिछले साल की तुलना में इस साल रेलवे ने 1906 करोड़ रुपए अधिक कमाए हैं. अभी यह प्रोविजनल आंकड़े हैं पूरी तस्वीर अगले कुछ दिनों में साफ होगी. रेलवे बोर्ड के ट्रैफिक मेंबर मोहम्मद जमशेद ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में तकरीबन 31438 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई और इसी के साथ रेलवे ने 87 नई ट्रेन सेवाएं शुरू कीं. इन नई सेवाओं में चार हमसफर ट्रेनें दो अंत्योदय ट्रेनें 10 डेमू और पांच मेमू ट्रेनें शामिल हैं.

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ए.के.मित्तल के मुताबिक अंतिम तीन महीनों में माल लदान में भी बढ़ोत्तरी देखी गई. इसकी वजह से रेलवे को माल ढुलाई में आ रही कमी को रोकने में मदद मिली. वित्तवर्ष 2016-17 के दौरान रेलवे ने कुल 1107.1 मिलियन टन माल की ढुलाई की. वित्तवर्ष 2015-16 के दौरान रेलवे ने 1104.2 मिलियन टन मालढुलाई की थी. इस बार की मालढुलाई में आयरन अयस्क की ढुलाई ने जोर पकड़ा है. इसी तरह स्टील और दूसरी इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी चीजों की ढुलाई में भी इस बार बढ़ोत्तरी देखी गई है. रेलवे बोर्ड चेयरमैन के मुताबिक अगले कुछ दिनों में रेलवे की आर्थिक स्थिति के बारे में पूरे आंकड़े आ जाएंगे. इससे स्थिति और भी साफ हो जाएगी. कुल मिलाकर कहें तो प्रभु के सुधारों का असर रेलवे पर दिखने लगा है.

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