गुजरात: सूरत में कागज की जगह कपड़े पर तैयार हुआ संपत्ति का अनोखा दस्तावेज

एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी सूरत में इस बार एक प्रोपर्टी की रजिस्ट्री करवाने के लिए दस्तावेज कागज के पन्नों पर नहीं बल्कि कपड़े पर तैयार किया गया. सूरत के वकील डॉ. अरुण लाहोटी ने इसे बनाया है. उन्होंने कपड़े पर संपत्ति खरीद-बिक्री का दस्तावेज तैयार किया है.

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कपड़े पर संपत्ति खरीद-बिक्री का दस्तावेज तैयार किया कपड़े पर संपत्ति खरीद-बिक्री का दस्तावेज तैयार किया

गोपी घांघर

  • सूरत,
  • 07 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 4:44 PM IST

  • कागज के पन्नों पर नहीं, कपड़े पर तैयार हुआ दस्तावेज
  • वकील डॉ. अरुण लाहोटी ने बनाया है यह दस्तावेज

एशिया की सबसे बड़ी कपड़ा मंडी सूरत में इस बार एक प्रोपर्टी की रजिस्ट्री करवाने के लिए दस्तावेज कागज के पन्नों पर नहीं बल्कि कपड़े पर तैयार किया गया. दावा किया जा रहा है कि कपड़े पर प्रॉपर्टी दस्तावेज की यह रजिस्ट्री देश की ऐसी पहली रजिस्ट्री है. सूरत के अनोखे दस्तावेज बनाने वाले वकील डॉ. अरुण लाहोटी ने इसे बनाया है. उन्होंने कपड़े पर संपत्ति खरीद-बिक्री का दस्तावेज तैयार किया.

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डिजिटल प्रिंटिंग का हुआ इस्तेमाल

दावा किया जा रहा है कि यह इस तरह का विश्व का पहला दस्तावेज है. बिल्डर और कपड़ा कारोबारी संजय बाबूलाल सुराना ने इसे बनवाया है. दस्तावेज बनाने के लिए खास तरीके के कपड़े का इस्तेमाल किया गया है. डिजिटल प्रिंट के जरिए इस पर अक्षर उकेरे गए हैं. इसे बनाने में करीब दो महीने का समय लगा.

संजय सुराना और डॉ. अरुण लाहोटी ने बताया कि कपड़े पर अब तक विश्व में कहीं पर भी संपत्ति दस्तावेज नहीं बनाया गया था. ऐसे में उनके लिए यह कार्य मुश्किल भरा जरूर था. कानूनी तौर पर इसे प्रमाणित करने के लिए प्रशासन से मंजूरी लेना अनिवार्य था. जिला कलक्टर के समक्ष प्रस्ताव रखने के बाद कलक्टर से लेकर सब रजिस्टार कार्यालय से इसके लिए मंजूरी मिल गई.

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लगभग तीन से चार महीने का वक्त कानूनी प्रक्रिया में लगा. बता दें डॉ. अरूण लाहोटी इससे पहले 2 मार्च, 2010 में संस्कृत में भारत का पहला दस्तावेज बना चुके हैं. इसके अलावा साल 2016 में ताड़पत्र खुदाई से दस्तावेज बनाया था. वहीं गुजरात में पहली बार हिंदी में दस्तावेज भी उन्होंने बनाया है.

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