4 जजों के समर्थन में आए SC और HC के पूर्व जज, CJI को लिखा पत्र

चार मौजूदा जजों के आरोपों का समर्थन करते हुए खुला पत्र लिखने वाले पूर्व जजों के कहना है कि हाल के महीनों में मुख्य न्यायाधीश अहम मुकदमें वरिष्ठ जजों की बेंच को भेजने की बजाय अपने चहेते कनिष्ठ जजों को भेजते रहे हैं.

Advertisement
CJI दीपक मिश्रा CJI दीपक मिश्रा

संजय शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 14 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन जस्टिस पीबी सावंत के साथ हाईकोर्ट के कई पूर्व न्यायाधीशों ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा के नाम खुला पत्र लिखा है.

इस पत्र में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के चार नाराज न्यायाधीशों का समर्थन किया है. नाराज न्यायधीशों की ओर से उठाए गए मुद्दे का समर्थन करते हुए उन्होंने लिखा कि बेंच बनाने और सुनवाई के लिए मुकदमों का बंटवारा करने के मुख्य न्यायाधीश के विशेषाधिकार को और ज्यादा पारदर्शी और नियमित करने की जरूरत है.

Advertisement

चार मौजूदा जजों के आरोपों का समर्थन करते हुए खुला पत्र लिखने वाले पूर्व जजों के कहना है कि हाल के महीनों में मुख्य न्यायाधीश अहम मुकदमें वरिष्ठ जजों की बेंच को भेजने की बजाय अपने चहेते कनिष्ठ जजों को भेजते रहे हैं. बेंच बनाने, खासकर संविधान पीठ का गठन करने में भी वरिष्ठ जजों की उपेक्षा की जाती रही है.

लिहाजा मुख्य न्यायाधीश खुद इस मामले में पहल करें और भविष्य के लिए समुचित और पुख्ता न्यायिक और प्रशासनिक उपाय करें. पत्र पर जस्टिस पीबी सावंत के अलावा दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस ए.पी शाह, मद्रास हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस के. चन्द्रू और बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस एच. सुरेश भी शामिल हैं.

बता दें कि दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट के 4 सिटिंग जजों जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक तरीके से काम नहीं कर रहा है, अगर ऐसा चलता रहा तो लोकतांत्रिक परिस्थिति ठीक नहीं रहेगी. उन्होंने कहा कि हमने इस मुद्दे पर चीफ जस्टिस से बात की, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement