एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि समाचार देखने वाले लोग, इसे न देखने वालों की तुलना में अधिक आध्यात्मिक होते हैं.
साथ ही लोग सुबह-सुबह अधिक आध्यात्मिक होते हैं, इसीलिए इस समय वे पूजा-पाठ जैसी गतिविधियों में शामिल होते हैं. एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है.
यूनिवर्सिटी ऑफ केनेक्टिकट के शोधकर्ताओं ने कहा कि जब लोग काम में व्यस्त रहते हैं, तब अध्यात्म के प्रति उनका रुझान सबसे कम होता है. संगीत सुनते, पढ़ते या कसरत करते वक्त भी लोगों में अध्यात्म के प्रति जागरूकता अधिक होती है.
समाज शास्त्र के सहायक प्रोफेसर व अध्ययन के सह लेखक बैड्रली आरई राइट ने कहा, 'सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि पूरे दिन और काम करते वक्त लोगों की आध्यात्मिक जागरूकता भिन्न-भिन्न होती है.'
काम करते वक्त आध्यात्मिक जागरूकता कम होती है. काम के प्रति जुनूनी लोगों में यह सबसे कम होती है.
आध्यात्मिक जागरूकता तथा हालात के बीच एक जटिल संबंध है. उन्होंने कहा, 'कभी-कभी हालात आपकी आध्यात्मिक जागरूकता को प्रभावित करते हैं, तो कभी-कभी आपकी आध्यात्मिक जागरूकता आपके हालात को प्रभावित करती है.'
यह अध्ययन अमेरिकन सोशियोलॉजिकल एसोसिएशन (एएसए) की 110वीं बैठक के दौरान पेश किया जाएगा.
इनपुट: IANS
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