कश्मीर घाटी में इन दिनों आतंकियों के खिलाफ जहां सुरक्षा बल बड़े-बड़े ऑपरेशन कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोगों के समर्थन से आतंकी सुरक्षा बलों पर हैंड ग्रेनेड और एके 47 जैसे हथियारों से हमला कर रहे हैं. इससे निपटने के लिए CRPF ने कश्मीर में तैनात अपनी सभी कंपनियों से कमांडोज का एक-एक ग्रुप तैयार कराया है. इन कमांडोज को जल्द ही कश्मीर घाटी भेजा जाएगा.
दी जा रही है अलग तरीके की ट्रेनिंग
स्पेशल कमांडोज की जरूरत इसलिए है क्योंकि आतंकी कश्मीर घाटी में स्थानीय लोगों को ढाल बनाकर सुरक्षा बलों पर हमला कर रहे हैं और तो और अब आतंकियों ने स्मॉग स्क्रीन यानी धुआं फैलाकर भाग जाने का तरीका भी ईजाद कर लिया है. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कमांडोज को आतंकियों से लोहा लेने के लिए अलग तरीके की ट्रेनिंग दी जा रही है.
कश्मीर के लिए खास तैयारी
आतंकी चाहे घर के अंदर छिपा हो या फिर घने जंगलों में कश्मीर में तैनात होने जा रहे खास कमांडो अपनी जान जोखिम में डालकर आतंकियों को ठिकाने लगाएंगे. CRPF के कमांडो रस्सी के सहारे 50 फिट ऊंचाई से उतर सकते हैं, स्पाइडर मैन की तरह दिवार पर चढ़ सकते हैं.
थर्मल इमेज के जरिए कैंपों पर नज़र
उरी हमले के बाद कश्मीर के सभी कैंपो पर अब थर्मल इमेज के जरिए पूरी रात नजर रखी जाती है. कश्मीर जाने के लिए तैयार पांच सौ CRPF के कमांडोज को खास तरीके से फायरिंग और ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग दी जा रही है. CRPF के कमांडो ट्रेनिंग स्कूल में वही जवान टिक सकता है, जो रोजाना 40 किलोमीटर पैदल चल सके, 16 किलोमीटर दौड़ सके और जो जंगलों में 5 से 6 दिन बिना खाए- पिए रह सके.
जितेंद्र बहादुर सिंह / सुरभि गुप्ता