साउथ एमसीडी स्कूल की कक्षाओं में मोबाइल लेकर नहीं पढ़ा पाएंगे शिक्षक

मेयर का कहना है कि वह जल्द ही शिक्षा विभाग के निदेशक को इस बाबत निर्देश जारी करने को कहेंगे ताकि टीचर क्लास में जाने से पहले मोबाइल को अलमारी, स्टाफ रूम या प्रिंसिपल के रूम में रख दें.

Advertisement
प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

रवीश पाल सिंह / वरुण शैलेश

  • नई दिल्ली,
  • 11 मई 2018,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के तहत आने वाले स्कूल की कक्षाओं में अब शिक्षक मोबाइल इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. एमसीडी इस दिशा में कदम उठाने की तैयारी में है. दरअसल साउथ दिल्ली के नए मेयर नरेंद्र चावला ने कुछ दिन पहले एसडीएमसी के वेस्ट ज़ोन के तहत आने वाले स्कूलों का औचक दौरा किया था. उस दौरान ये निर्देश दिए थे कि छात्रों को पढ़ाते समय टीचर क्लास में मोबाइल का इस्तेमाल ना करें.

Advertisement

मेयर का कहना है कि वह जल्द ही शिक्षा विभाग के निदेशक को इस बाबत निर्देश जारी करने को कहेंगे, ताकि टीचर क्लास में जाने से पहले मोबाइल को अलमारी, स्टाफ रूम या प्रिंसिपल के रूम में रख दें.

बता दें कि साउथ एमसीडी के तहत करीब 580 स्कूल आते हैं जिनमे हज़ारों शिक्षक हैं जिन पर इस निर्देश का असर होगा. औचक निरीक्षण के दौरान मेयर ने वेस्ट ज़ोन के दफ्तर और साउथ एमसीडी की डिस्पेंसरियों में जाकर वहां की व्यवस्थाओं का भी जायज़ा लिया.

वेस्ट ज़ोन में बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट के लिए बनाए गए काउंटर पर भीड़ को देख मेयर ने निर्देश दिए कि काउंटर पर बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट के लिए अलग अलग लाइन बने और साथ ही में बैंकों की तर्ज पर टोकन सिस्टम शुरू किया जाए जिससे अपना नंबर आने पर ही लोग काउंटर पर जाएं और काउंटर पर भीड़ न लगे.

Advertisement

इसके अलावा निगम अस्पतालों में इलाज कराने आए मरीजों और उनके रिश्तेदारों से बात करने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ये सुनिश्ति करें कि डॉक्टरों से परामर्श और इलाज कराने आए मरीजों के इलाज में कोई देरी न हो और वक़्त पर उन्हें सभी सुविधा मिले. शपथ लेने के बाद ही मेयर नरेंद्र चावला ने कहा था कि वह एमसीडी दफ्तरों और डिस्पेंसरियों का औचक निरीक्षण करेंगे और इसी के तहत ये उनका पहला दौरा था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement