पाकिस्तान क्रिकेट टीम की ओर अब जल्द ही एक सिख खिलाड़ी खेलते हुआ नजर आयेगा. पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी ने महिंदर पाल सिंह को उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में चुना है. महिंदर लाहौर के बाहर ननकाना साहिब में रहते हैं और पाकिस्तान के आदिवासी क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं. महिंदर ने कहा कि ननकाना साहिब में एक से एक शानदार क्रिकेट प्रतिभाएं हैं, लेकिन हमारे पास सुविधाओं का अभाव है. हमारे पास खेल के मैदान नहीं हैं. जिस कारण हम गुरद्वारे में ही क्रिकेट का अभ्यास करते हैं.
पाकिस्तान की घरेलू प्रतियोगिता में खेलने वाले पहले सिख
महिंदर पाल सिंह पाकिस्तान की घरेलू प्रतियोगिता में खेलने वाले कुछ ही सिख क्रिकेटरों में शामिल हो गए है. वह पैटर्न्से ट्रॉफी ग्रेड-दो टूर्नामेंट में कैंडीलैंड की तरफ से खेलने के लिये उतरे. महिंदर संभवत: पाकिस्तान की घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले पहले सिख क्रिकेटर हैं लेकिन इसके अलावा एक अन्य सिख क्रिकेटर गुलाब सिंह भी कुछ साल पहले ग्रेड दो के दो या तीन मैचों में खेला था.
कैंडीलैंड 2015 के प्रतिभा खोज कार्यक्रम ने बदली जिंदगी
महिंदर ने कहा, ‘‘मैं पैटर्न्सक ट्राफी ग्रेड-2 प्रतियोगिता में खेलने का मौका पाक बेहद उत्साहित हूं. मैंने पहली पारी में दो विकेट लिये लेकिन मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाया. मैंने कैंडीलैंड के लिये 2015 में प्रतिभा खोज कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और उन्होंने मुझे याद रखा.’’ इस 21 साल के क्रिकेटर ने कहा कि जब कैंडीलैंड के मैनेजर बसालत मिर्जा ने उन्हें बताया तो वह खुशी से झूम उठे.
प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना है लक्ष्य
महिंदर पाकिस्तान में रहने वाले 20 हजार सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह ननकाना साहिब के रहने वाले हैं जो सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक का जन्मस्थान है. महिंदर ने कहा, 'देश में अन्य तेज गेंदबाजों की युवा प्रतिभा के साथ ट्रेनिंग का अनुभव शानदार था और हमने काफी कुछ सीखने को मिला लेकिन अब मेरा लक्ष्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना है।'
विश्व मोहन मिश्र