शेन वॉर्न की आत्मकथा ‘नो स्पिन’ अक्टूबर में प्रकाशित होगी

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1000 (टेस्ट और वनडे) से ज्यादा विकेट लेने वाले वॉर्न को इस खेल के महानतम गेंदबाजों में से एक माना जाता है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3000 से ज्यादा रन भी बनाए हैं.

Advertisement
शेन वॉर्न शेन वॉर्न

तरुण वर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

महान स्पिनर शेन वॉर्न अपने शानदार क्रिकेट करियर और निजी जिंदगी के कुछ अनजाने पहलुओं को अपनी आत्मकथा ‘नो स्पिन’ के जरिए साझा करेंगे जो इस साल अक्टूबर में प्रकाशित होगी.

इबरी प्रेस ने आज घोषणा कि की शेन वॉर्न की आत्मकथा ‘नो स्पिन’ को वैश्विक स्तर पर चार अक्टूबर को जारी किया जाएगा.

इबरी के उप प्रकाशक एंड्रयू गुडफेल्लो ने कहा कि ‘नो स्पिन’ में वॉर्न की सच्ची बातें है जो समाचारों के शीर्षकों के पीछे की सच्ची कहानी और उसके जुड़ी मिथकों और झूठ को चुनौती देती है.

Advertisement

उन्होंने कहा कि बेबाकी और दमदार तरीके से कही गई बातों के कारण यह सबसे शानदार खेल आत्मकथाओं में से एक होगी.

'बॉल ऑफ द सेंचुरी' से बदली वॉर्न की जिंदगी

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने 4 जून 1993 को एशेज सीरीज के दौरान एक ऐसी जादुई गेंद फेंकी, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया. वॉर्न की इस गेंद को ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ का दर्जा दिया गया था.

वॉर्न ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लिश बल्लेबाज माइक गेटिंग को बोल्ड किया. वह गेंद लगभग 90 डिग्री के कोण से घूमी थी, जिसे देखकर सभी हैरान हो गए.

वॉर्न की गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर पिच हुई और ऐसा लग रहा था कि गेंद वाइड हो सकती है, इसी के चलते गेटिंग ने उसे खेलने का प्रयास नहीं किया. इस बीच जबरदस्त तेजी से टर्न हुई गेंद गेटिंग को चकमा देते हुए उनके ऑफ स्टंप पर जा लगी.

Advertisement

ऐसा रहा वॉर्न का करियर

बता दें कि वॉर्न टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज हैं. उन्होंने 145 टेस्ट मैच खेलकर 708 विकेट हासिल किए, जिसमें 37 बार पारी में 5 या इससे अधिक विकेट और 10 बार मैच में 10 या इससे अधिक विकेट शामिल हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी गेंदबाजी कितनी घातक रही. वहीं उन्होंने 194 वनडे मैचों में 293 विकेट लिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement