पुरातत्व विशेषज्ञों की पूरी टीम इस जहाज की तलाश में जुटी

चीन में पुरातत्व विशेषज्ञों ने एक ऐसे युद्धपोत के मलबे और इससे जुड़े तथ्यों की तलाश शुरू की है जो आज से 121 साल पहले जापान के साथ जंग के दौरान डूब गया था. यह जंगी जहाज बीते साल समुद्र की गहराइयों में मिला था. अब इस बारे में और अधिक जांच शुरू की गई है.

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aajtak.in

  • शेनयांग,
  • 02 अगस्त 2015,
  • अपडेटेड 9:52 PM IST

चीन में पुरातत्व विशेषज्ञों ने एक ऐसे युद्धपोत के मलबे और इससे जुड़े तथ्यों की तलाश शुरू की है जो आज से 121 साल पहले जापान के साथ जंग के दौरान डूब गया था. यह जंगी जहाज बीते साल समुद्र की गहराइयों में मिला था. अब इस बारे में और अधिक जांच शुरू की गई है.

यह तलाश उत्तरपूर्व चीन में समुद्र की गहराइयों में की जा रही है. 121 साल पहले हुए प्रथम चीन-जापान युद्ध में जापान के हमले में चीन का यह जहाज डूब गया था. जांच की शुरुआत दानदोंग शहर के समुद्री इलाके में की गई है. यह वही जगह है जहां बीते साल बंदरगाह निर्माण के दौरान इस युद्धपोत का मलबा मिला था.

जांच अभियान का नाम दानदोंग नंबर-1 रखा गया है. दानदोंग बंदरगाह के दक्षिणपूर्व में 10 नॉटिकल मील की दूरी पर आज भी 50 मीटर लंबा जहाज का पेंदा पड़ा हुआ है. जहाज का अंदरूनी हिस्सा बुरी तरह से टूट फूट चुका है.

यह युद्धपोत किंग राजसत्ता (1636-1912 ईस्वी) के चार जहाजों में से एक था और बेइयांग बेड़े का हिस्सा था. 17 सितंबर 1894 को येलो सी की जंग में जापानी नौसेना के हाथों चीनी नौसेना की हार हुई थी और हमले में यह जहाज डूब गया था. चीन के चारों युद्धपोत जापानी पोतों से बड़े थे लेकिन उसके मुकाबले में धीरे थे और गोला बारूद भी इन पर कम था.

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस.

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