दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को 100 बेड क्षमता वाले बाबा साहेब अंबेडकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन किया. उनके इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कई बार हंगामा हुआ. उद्घाटन के बाद केजरीवाल ने जैसे ही भाषण देना शुरू किया, वहां मौजूद एक शख्स ने हंगामा शुरू कर दिया.
पत्नी को बेड न मिलने से परेशान था शख्स
मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान एक शख्स ने रोते हुए उन्हें अपना दर्द बताया. शख्स ने बताया कि जिस अंबेडकर अस्पताल में खुले नए मेडिकल कॉलेज का वो उद्घाटन करने आए हैं, वहीं पर बेड की कमी की वजह से उसकी गर्भवती पत्नी को एडमिट नहीं किया जा सका और बाद में समय से पूर्व प्रसव के चलते उसने मरे हुए बच्चे को जन्म दिया. भाषण खत्म करने के बाद केजरीवाल ने बिपिन नाम के इस शख्स की शिकायत सुनी और उसे गले से लगाया.
महिला ने रोकी केजरीवाल की कार
इसके बाद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष ससोदिया वापस रवाना होने के लिए जैसे ही कार में सवार हुए, एक महिला ने सामने आकर विरोध करना शुरू कर दिया. ये महिला पिछले 12 साल से भीम राम अंबेडकर अस्पताल में सफाई कर्मचारी है. उसने सीएम को बताया कि उसे पिछले एक महीने से न ही सैलरी मिली है और न ही अब तक उसकी नौकरी पक्की हुई है. महिला का कहना है कि सैलरी के नाम पर उसे सिर्फ 6 हजार रुपये मिलते हैं.
बताया पॉलिटिकल स्टंट
हंगामा बढ़ते देख अरविंद केजरीवाल ने इलाके के विधायक से सब सफाई कर्मचारियों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर मिलने के लिए बुला लिया लेकिन नौकरी पक्का करने की मांग करने वालों को कोई जवाब या आश्वासन नहीं मिला. हालांकि स्वास्थ्य विभाग में पार्लियामेंट सेक्रेटरी अनिल बाजपेयी से जब सवाल किया गया तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन को पॉलिटिकल स्टंट करार दे दिया.
60 साल बाद दिल्ली को मिली मेडिकल कॉलेज
सरकार दावा कर रही है कि 100 सीटों वाले इस कॉलेज को महज 9 महीने में बनाकर तैयार किया गया है. केजरीवाल ने कहा कि दिल्लीवालों को 60 साल में मेडिकल कॉलेज मिला है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ साथ, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और चीफ सेक्रेटरी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने कॉलेज की लाइब्रेरी का भी जायजा लिया.
मोनिका शर्मा / पंकज जैन