आपने 'प्लास्टिक चावल' के बारे में तो सुना ही होगा. इन दिनों उससे संबंधित कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर काफी लंबे समय से बाजार में प्लास्टिक चावल की मौजूदगी को लेकर लिखा जा रहा है. मंगलवार को तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में प्लास्टिक चावल ने खूब अफरातफरी मचाई. सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी कि कुछ किराना स्टोर पर प्लास्टिक चावल बिक रहे हैं.
दरअसल, मंगलवार को तेलंगाना में मीरपेट के एक शख्स ने किराने की दुकान पर प्लास्टिक के चावल मिलने की शिकायत पुलिस से की थी. आपको याद दिला दें कि उससे दो दिन पहले हैदराबाद के सरूरनगर में एक कस्टमर ने बिरयानी पाइंट पर प्लास्टिक के चावल इस्तेमाल होने का दावा किया था.
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सिविल सप्लाइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने मीरपेट की दुकान पर छापा मारा और चावल के सैंपल जब्त कर उसे जांच के लिए लैब भेज दिया. इस बीच यह अफवाह सोशल मीडिया पर फैल गई कि आंध्र प्रदेश में बड़े स्तर पर प्लास्टिक के चावल बेचे जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर यह बात जैसे-जैसे शेयर होती गई लोगों की बेचैनी बढ़ती गई. प्लास्टिक चावल की बात ने लोगों के मन में डर बैठा दिया है.
TOI की खबर के मुताबिक मीरपेट पुलिस ने बताया कि नंदनवनम कॉलोनी के निवासी अशोक ने शिकायत दर्ज कर बताया था कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें और उनके परिवार वालों को पेट के साथ-साथ हाथ और पैरों में दर्द की शिकायत रह रही है. उनके मुताबिक सोमवार रात जब वे काम से वापस घर लौटे तो उन्होंने देखा कि खाने के लिए उनकी पत्नी ने जो चावल उन्हें परोसा है वह खाने लायक नहीं था और मसला हुआ सा लग रहा था.
माप-तोल विभाग के असिस्टेंट फूड कंट्रोलर श्रीनिवास राव ने TOI को बताया, "हमें भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए ही प्लास्टिक या नकली चावल की जानकारी मिली है. अभी तक हमें अपने आला अधिकारियों से इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं लेकिन मैं 4 फूड इंस्पेक्टर्स को भेज कर विखापट्टनम के चावल व्यापारियों के चावल की जांच के लिए भेज रहा हूं."
हालांकि राज्य के चावल व्यापारियों ने प्लास्टिक चावल की बात को सिरे से खारिज कर दिया और उससे जुड़ी खबरों को झूठा बताया. एक चावल व्यापारी के. भीम राव ने TOI से बातचीत के दौरान बताया, "शहर में प्लास्टिक के चावल नहीं बिक रहे हैं. भगवान की कृपा से आंध्र प्रदेश में चावल की कोई कमी नहीं है जिसकी वजह से यहां नकली या प्लास्टिक चावल बिके."
ऐसे करें असली और नकली (प्लास्टिक) चावल के बीच का फर्क
- प्लास्टिक के चावल से खुशबू नहीं आएगी.
- पकाने के बाद प्लास्टिक चावल से प्लास्टिक की महक आ जाएगी.
- असली चावल पकाने के बाद आसानी से दब जाता है जबकि नकली चावल का दाना पकने पर भी टाइट रहता है.
- असली चावल की अपेक्षा नकली चावल जल्दी नहीं टूटता.
- जब भी मार्केट से ज्यादा मात्रा में चावल लाएं तो एक मुट्ठी चावल को तवे पर गर्म करके देख लें. इसमें प्लास्टिक के चावल पिघलने लगेंगे. जबकि शुद्ध चावल भुनकर कड़क हो जाएंगे.
- आप चाहें तो पहले थोड़े से चावल बनाकर इसके असली और नकली की पहचान कर लें.
कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह