प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जहां एक ओर पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी मुल्कों के साथ रिश्तों की नई इबरात लिख रही है, वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने एक इंटरव्यू में कहा है कि आने वाले समय में भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश फिर से एक होकर अखंड भारत का निर्माण करने वाले हैं.
'अल जजीरा' टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में राम माधव ने कहा, 'भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक दिन फिर से एक हो जाएंगे और फिर अखंड भारत या अविभाजित भारत' का निर्माण होगा.' राम माधव बीजेपी के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता और संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं. माधव ने भी कहा है कि वह जिस अखंड भारत का जिक्र कर रहे हैं वह बिना युद्ध, लोकप्रिय सहमति पर भी हो सकता है.
RSS के सदस्य के तौर पर रखा विचार
माधव ने कहा, 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब भी इस बात पर यकीन करता है कि एक दिन ये सभी हिस्से लोकप्रियता और सहमति के आधार पर एक साथ आकर अखंड भारत का निर्माण करेंगे. ऐतिहासिक कारणों से इन्हें अलग हुए सिर्फ 60 वर्ष ही हुए हैं, लेकिन ये फिर एक हो सकते हैं.' राम माधव ने यह भी कहा कि उनका यह विचार आरएसएस के एक सदस्य के तौर पर है.
राम माधव ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा, 'इसका यह मतलब नहीं है कि हम किसी भी देश के खिलाफ युद्ध छेड़ देंगे या हम किसी की जमीन हड़प लेंगे. बिना किसी युद्ध के लोगों की सहमति के साथ ऐसा हो सकता है.'
हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर दी सफाई
साल की शुरुआत में ही माधव ने एक और बयान दिया था, जिसमें उन्होंने भारत को एक 'हिंदू राष्ट्र' बताया था. उस बयान से जुड़े एक सवाल पर माधव ने स्पष्ट किया, 'यह एक ऐसा देश है जहां जीवन जीने के एक विशेष तरीके, एक विशेष संस्कृति या सभ्यता के आधार पर जिंदगी जी जाती है. हम इसे हिंदू कहते हैं. क्या आपको कोई आपत्ति है? भारत की संस्कृति एक है. हम एक संस्कृति हैं, एक जैसे लोग हैं, एक देश हैं.'
दूसरी ओर, बीजेपी नेता के ताजा बयान को कांग्रेस ने प्रॉपगैंडा करार दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि आरएसएस या बीजेपी अपनी असफलता से लोगों का ध्यान हटाने के लिए और लोगों को गुमराह करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं.
पुराना है इंटरव्यू, PM के दौरे से न जोड़ें: राम माधव
दूसरी ओर, राम माधव ने ट्वीट कर कहा कि उनका इंटरव्यू 7 दिसंबर को रिकॉर्ड हुआ, लेकिन संयोग से इसका प्रसारण 25 दिसंबर को हुआ, इसे मोदी के पाकिस्तान दौरे से जोड़कर देखना गलत है.
स्वपनल सोनल