राजस्थान: राज्यसभा चुनाव के लिए हमारे पास बहुमत, बीजेपी लोकतंत्र का गला घोंट रही- कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि राजस्थान से राज्यसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का पूरा भरोसा है.

Advertisement
राजस्थान में होने हैं राज्यसभा चुनाव (फाइल फोटो-पीटीआई) राजस्थान में होने हैं राज्यसभा चुनाव (फाइल फोटो-पीटीआई)

देव अंकुर

  • जयपुर,
  • 13 जून 2020,
  • अपडेटेड 11:17 PM IST

  • राजस्थान में होने हैं राज्यसभा चुनाव
  • बीजेपी की हार होगी: अविनाश पांडे

राजस्थान में राज्यसभा चुनाव को लेकर सियासी दांवपेंच जारी है. राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपने विधायकों को जयपुर में होटल में रखा हुआ है. इस बीच अविनाश पांडे ने राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज करने की बात कही है.

कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि राजस्थान से राज्यसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा है कि पार्टी के पास इसके लिए पर्याप्त बहुमत है. निर्दलीयों और अन्य दलों का समर्थन है. हमारे पास बहुमत के लिए आवश्यक संख्या से अधिक है. लोकतंत्र का गला घोंटने की इस जबरदस्त कोशिश में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें: राज्यसभा का दंगल: कांग्रेस विधायकों की होगी चुनावी ट्रेनिंग, रिजॉर्ट में डटे गहलोत-पायलट

बता दें कि राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव होना है. विधानसभा में सीटों के गणित के आधार पर ये तय था कि दो पर कांग्रेस और बची हुई एक सीट पर बीजेपी का उम्मीदवार राज्यसभा पहुंच सकता है. कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को उम्मीदवार बनाया, लेकिन बीजेपी ने बड़ा दांव चल दिया.

यह भी पढ़ें: राजस्थान: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में दिखी एकजुटता, 17 जून को मॉक पोलिंग

बीजेपी ने एक की जगह अपने दो उम्मीदवार राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को उतार दिया. अब कांग्रेस को डर है कि बीजेपी अपने दूसरे उम्मीदवार की जीत के लिए कांग्रेस के विधायकों में तोड़फोड़ का खेल कर सकती है. इसके बाद सभी कांग्रेस और समर्थन देने वाले विधायकों को रिजॉर्ट में ठहराया गया.

Advertisement

विधायकों को टूटने से बचाने की कोशिश

इसके साथ ही हालातों को देखते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भारतीय ट्राइबल पार्टी के 2 विधायकों को लेकर अपने साथ रिजॉर्ट पहुंचे. मध्य प्रदेश और गुजरात के विधायकों को भी राजस्थान में ठहराया गया था. अब खुद राजस्थान सरकार अपने विधायकों को टूटने से बचाने की कोशिश कर रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement