राजस्थान में कांग्रेस का सियासी झगड़ा तो निबट गया है मगर झगड़े की धमक अभी तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस में दिखाई दे रही है. राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, उनके भाई और पिता के नाम जमीन खरीद के मामले में ईडी का नोटिस आया है.
नोटिस में ऐसा आरोप है कि पीएसीएल कंपनी के एजेंट के रूप में प्रताप सिंह खाचरियावास के परिवार की कंपनी बॉर्डर पर जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करती थी. इसी मामले में पैसे के लेन-देन में ईडी का नोटिस आया है. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी ने बेहद गंदा खेल खेला है और उनके 80 साल के पिता के नाम नोटिस भेजा है.
उन्होंने कहा कि नोटिस में कहा गया है कि दिल्ली दफ्तर में आकर अपना बयान दर्ज करवाएं. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी को समझना चाहिए कि उनके पिता लक्ष्मण सिंह शेखावत भैरों सिंह शेखावत के छोटे भाई हैं जो उनके बड़े नेता थे और अपने परिवार के लोगों के खिलाफ इस तरह से साजिश रच रहे हैं.
खाचरियावास ने कहा, 'लक्ष्मण सिंह के भाई-बहनों के परिवार में पिता ही एकमात्र जिंदा बचे हैं. उन्हें इस तरह से बुढ़ापे में परेशान किया जा रहा है. इस बात को लेकर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह से भी मिलूंगा.'
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कहा जा रहा है कि प्रताप सिंह खाचरियावास को भेजे नोटिस में ईडी ने उनको और उनके पिता को सोमवार को ईडी दफ्तर में दिल्ली आने के लिए कहा था मगर प्रताप सिंह खाचरियावास मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ चार्टर्ड प्लेन में बैठकर जैसलमेर रवाना हो गए थे. प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि यह मामला जयपुर ईडी के दफ्तर में बंद हो चुका है मगर जानबूझकर इसे वापस खुलवाया गया है.
शरत कुमार