छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सीबीआई टीम ने रेलवे के कार्यालय अधीक्षक प्रमोद कुमार को 28 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा. सीबीआई की टीम को देखकर रिश्वतखोर अफसर मौके से भागने लगा, लेकिन मुस्तैद अफसरों ने उसे वहीं पकड़ लिया. आरोपी अफसर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित बस स्टॉप के पास कथित रूप से छह माह का वेतन व एरियर दिलाने के नाम पर अपने एक अधिनस्त रेलवे कर्मी से रिश्वत ले रहा था.
बिलासपुर रेलवे मंडल के इंजीयरिंग विभाग में मुकेश कुमार की शिकायत पर सीबीआई ने यह कार्रवाई की. कुमार का कहना है कि उसने बकाया वेतन और एरियर्स के भुगतान के लिए आवेदन किया था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मुकेश अपना कुल 1 लाख 39 हजार रुपये का बकाया पाने के लिए बार-बार विभाग के चक्कर काट रहा था. इसी दौरान उसकी मुलाकात कार्यालय अधीक्षक प्रमोद कुमार से हुई.
प्रमोद कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि सारे बकाये का भुगतान कराने कराने की ऐवज में 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. हालांकि आखिर में 28 हजार रुपये में सौदा तय हुआ. उसने बतौर रिश्वत 2 हजार रुपये की पहली किश्त उसी वक्त दे दी और बाकी रकम बाद में देना तय हुआ.
इसके बाद मुकेश ने इस रिश्वतखोरी की शिकायत सीबीआई को कर दी. शिकायत पर सीबीआई ने आरोपी अफसर को रंगे हाथों पकड़ने तैयारी की. कार्यालय अधीक्षक प्रमोद कुमार ने मुकेश के मोबाइल में फोन किया और रकम लेकर बिलासपुर रेलवे स्टेशन के सामने बस स्टॉप पर बुलवाया. वहां रिश्वत की रकम बाकी बची रकम यानि 26 हजार रुपये लेते सीबीआई ने उसे रंगे हाथ धर-दोबाचा.
सीबीआई टीम रिश्वतखोरी को लेकर इससे पहले भी कई बार डी.आर.एम. दफ्तर में दबिश दे चुकी है. दो बार वह अलग-अलग अधिकारियों को इसके पहले घूस लेते पकड़ चुकी है. यह तीसरा मौका है, जब उसने प्रमोद कुमार नामक रेलवे अधिकारी को घूस लेते पकड़ा है.
सुनील नामदेव