इस खास व्यक्त‍ि ने इस तरह लौटाई अपनी स्कॉलरशिप

हर शख्‍स की कामयाबी में उसके स्‍कूल, कॉलेज माता-पिता के दिए गए सपोर्ट की अहम भूमिका होती है. इस सपोर्ट को याद रखना और वक्‍त आने पर उसे वापस लौटाने वाले लोग कम ही होते हैं. लेकिन एक ऐसी ही मिसाल कायम की है पंजाब यूनिवर्सिटी के स्‍टूडेंट रहे जसवंत सिंह गिल ने. जानिए उनसे जुड़ी खास बातें:

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Jaswant Gill Jaswant Gill

हर शख्‍स की कामयाबी में उसके स्‍कूल, कॉलेज माता-पिता के दिए गए सपोर्ट की अहम भूमिका होती है. इस सपोर्ट को याद रखना और वक्‍त आने पर उसे वापस लौटाने वाले लोग कम ही होते हैं. लेकिन एक ऐसी ही मिसाल कायम की है पंजाब यूनिवर्सिटी के स्‍टूडेंट रहे जसवंत सिंह गिल ने. जानिए उनसे जुड़ी खास बातें:

कौन है जसवंत सिंह गिल:
जसवंत सिंह 1964 में पंजाब यूनिवर्सिटी के स्‍टूडेंट रह चुके हैं. उन्‍होंने यहां पांच साल स्‍कॉलरशिप से पढ़ाई पूरी की. हाल ही में जब वह 45 सालों बाद यूनिवर्सिटी आए तो उन्‍होंने यूनिवर्सिटी को 1.3 करोड़ रूपये दान करने की घोषणा की है. इस स्कॉलरशिप से 12 स्टूडेंट्स और एक रिसर्च स्कॉलर को चार हजार रुपये मिलेंगे.

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यूनिवर्सिटी को फंड देने पर उनका कहना है, 'मेरी शिक्षा में यूनिवर्सिटी ने बहुत मदद की. अब मैं उसे लौटाने आया हूं. मैं उन लोगों की जिंदगी बदलना चाहता हूं जो पैसों की दिक्‍कत के चलते शिक्षा नहीं ले पाते हैं.'

कड़ी मेहनत का दौर:
जसवंत अपने कॉलेज दिनों के बारे में बात करते हुए कहते हैं कि मैंने पंजाब के गुरदासपुर जिले के गांव तेजा में अपनी शुरुआती पढ़ाई की. पंजाब यूनिवर्सिटी में मुझे एडमिशन के साथ स्‍कॉलरशिप मिली. जिसके जरिए मैंने अमृतसर मेडिकल कॉलेज से दो साल का फार्मेसी डिप्‍लोमा किया. जसवंत ने UIPS से बी फार्मा 1967 और एम फॉर्मा 1972 में गोल्‍ड मेडल भी जीता. वे 15 सालों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं. आज उन्‍होंने अमेरिका में सन डीप कॉस्‍मेटिक इंक के नाम से entrepreneurial venture की स्‍थापना की है.

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