क्या सिद्धू फैक्टर ने बदल दिया AAP का चुनावी परिणाम?

इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 42 से 51 सीटें मिल रही हैं. पंजाब में सरकार बनाने के लिए 59 सीटों का जादुई आंकड़ा छूना होता है. एग्जिट पोल उस हिसाब से कांग्रेस को सत्ता सौंपते नजर आ रहे हैं.

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नवजोत सिंह सिद्धू नवजोत सिंह सिद्धू

कौशलेन्द्र बिक्रम सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 10 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 4:37 PM IST

Punjab Assembly Elections Result 2017: पंजाब विधानसभा चुनावों ने Congress को खुश होने का एक मौका दे दिया है. एग्जिट पोल में कांग्रेस को 62 से 71 तक सीटें मिल रही हैं. वहीं आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनती हुई दिख रही है तो वहीं अकाली दल और बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है, गठबंधन को 4 से 7 सीटें मिल रही हैं. अब सवाल उठता है कि अगर एग्जिट पोल सही साबित हुए तो इसके पीछे वजह क्या होगी... क्या कांग्रेस के लिए सिद्धू फैक्टर काम कर गया या फिर यह महज एंटी इनकंबेंसी भर है.

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AAP को ले डूबा सिद्धू फैक्टर
इंडिया टुडे-एक्सिस माइ इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक पंजाब में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को 42 से 51 सीटें मिल रही हैं. Punjab में सरकार बनाने के लिए 59 सीटों का जादुई आंकड़ा छूना होता है. एग्जिट पोल उस हिसाब से Congress को सत्ता सौंपते नजर आ रहे हैं. राजनीतिक जानकारों की राय है कि अगर केजरीवाल ने चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू की शर्तें मान ली होतीं तो ये आंकड़े कुछ और होते.

बीजेपी से अलग होना सिद्धू का मास्टर स्ट्रोक
चुनावी पिच पर चौके-छक्के लगाने वाले Navjot Singh Sidhu ने Punjab Election से पहले एक मास्टर स्ट्रोक लगाया था. पहले उन्होंने BJP छोड़ी फिर उनके Arvind Kejriwal के साथ जाने की खबरे चलीं, फिर उन्होंने 'आवाज-ए-पंजाब' की घोषणा की. उसके बाद अंत में उन्होंने Congress का दामन थामा. सिद्धू क्रिकेट के तो मंझे हुए खिलाड़ी थे ही इन चुनावों में उन्होंने यह भी साबित कर दिया कि वे अब राजनीति के भी परिपक्व खिलाड़ी बन चुके हैं. जिस तरह क्रिकेट में बल्लेबाज आने वाली गेंद भांप लेता है ठीक उसी तरह सिद्धू ने भी पंजाब राजनीति की हवा भांप ली थी.

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