पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा वापस लिए जाने पर रार जारी है. बाजवा ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण सुरक्षा वापस लिए जाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को कुछ हुआ तो मुख्यमंत्री और डीजीपी जिम्मेदार होंगे.
इस पर कैप्टन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि यह फैसला बतौर गृह मंत्री उनका है. बाजवा को शिकायत है तो मुझसे बात करें. कैप्टन ने कोई शिकायत होने पर मुख्यमंत्री से या पार्टी आलाकमान से शिकायत करने की नसीहत दी थी. अब बाजवा ने कैप्टन पर पलटवार किया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि सुरक्षा के लिहाज से किसी भी क्षति पर मुख्यमंत्री और डीजीपी जिम्मेदार होंगे. बाजवा ने कैप्टन से सवाल किया कि क्या वे लोकतंत्र में यकीन रखते हैं? उन्होंने आगे कहा कि आप लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मुख्यमंत्री हैं, पटियाला के महाराजा नहीं.
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पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि हमने जहरीली शराब का सेवन करने से 121 लोगों की मौत को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने (कैप्टन अमरिंदर सिंह ने) सोचा कि हमारी ही पार्टी के सांसद हमसे सवाल पूछ रहे हैं. बाजवा ने कहा कि कैप्टन ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया. गौरतलब है कि बाजवा और कैप्टन के बीच तकरार तब छिड़ गई, जब पंजाब पुलिस ने उनकी सुरक्षा हटाने के आदेश दे दिए.
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सुरक्षा हटाए जाने से भड़के बाजवा ने डीजीपी और मुख्यमंत्री पर हमला बोला. जवाब में कैप्टन ने भी मोर्चा संभाला और बाजवा को केंद्र सरकार से पहले ही जेड प्लस सुरक्षा मिले होने का हवाला देते हुए पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटाए जाने के फैसले को सही ठहराया. कैप्टन ने सरकार पर सवाल उठाए जाने के कारण सुरक्षा हटाए जाने के आरोप खारिज करते हुए कहा था कि अगर बाजवा को कोई शिकायत है तो वे मुझसे बात करें.
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