इंग्लैंड के खिलाफ लगाया गया चेतेश्वर पुजारा का ये शतक बेहद खास है. आमतौर पर पुजारा को धीमी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता रहा है. जिसकी वजह से उन्हें टीम से भी बाहर होना पड़ा था. लेकिन इस बार उन्होंने अलग ही अंदाज में बल्लेबाजी की. उन्होंने 169 गेंदों में 15 चौकों की मदद से अपने करियर का नौवां शतक पूरा किया. अपने होमग्राउंड पर टेस्ट में शतक बनाना हर खिलाड़ी का सपना होता है और चेतेश्वर पुजारा ने अपने इस सपने को पूरा किया. पहली बार मैच देखने पहुंचे उनके पिता को लोगों ने बधाई दी. जहां कोच अनिल कुंबले फोटो क्लिक कर रहे थे, वहीं उनकी पत्नी पूजा की खुशी का ठिकाना नहीं था.
पुजारा का भारत में यह लगातार दूसरा और कुल सातवां शतक है, वहीं करियर में वो अबतक नौं शतक लगा चुके हैं. इससे पहले उन्होंने इंदौर टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुश्किल समय पर 101 रनों की नाबाद बेहतरीन पारी खेली थी. दरअसल पुजारा इंदौर से पहले शुरुआत तो अच्छी कर रहे थे, लेकिन तीन आखिर तक नहीं पहुंच पा रहे थे. राजकोट में उन्होंने टी-ब्रेक के बाद जल्द ही उन्होंने अपना शतक पूरा कर डाला.
पुजारा की जबरदस्त बल्लेबाजी
टीम इंडिया के सामने इंग्लैंड ने 537 रनों के पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था. 68 के स्कोर पर टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर आउट चुके थे और टीम इंडिया दबाव में थी. ऐसे में हर किसी की निगाहें पुजारा और विजय पर थीं. दोनों से एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी. अपने होमग्राउंड पर खेल रहे पुजारा ने अपने फैंस और टीम को निराश नहीं किया. दबाव भरी परिस्थिति में उन्होंने शानदार शतकीय पारी खेली. पुजारा की ये पारी अबतक की बेहतरीन पारियों में से एक मानी जा रही है.
शानदार फॉर्म में हैं पुजारा
पुजारा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भी शानदार बल्लेबाजी की थी. उन्होंने सबसे ज्यादा 373 रन बनाए थे. आमतौर पर पुजारा पर धीमी बल्लेबाजी के लिए सवाल खड़े होते रहे थे. इस बार उन्होंने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया. इंदौर में पहले 50 रन बनाने में 96 गेंदें खेलीं तो 50 से 100 तक पहुंचने में सिर्फ 52 गेंद खेली. पुजारा की बल्लेबाजी में आत्मविश्वास के पीछे कोच अनिल कुंबले का बड़ा हाथ बताया जा रहा है.
अमित रायकवार