हजरत पर डच कार्टून प्रतियोगिता से पाक आग-बबूला, विरोध-प्रदर्शन

यूरोप में एक बार फिर इस्लामिक पैगंबर हजरत मोहम्मद पर कार्टून बनाए जाने का मामला सामने आने के बाद दुनियाभर के मुसलमानों में गुस्सा फैल सकता है. फिलहाल पाकिस्तान में इसके खिलाफ भारी रोष है और लोग सड़क पर उतर आए हैं.

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पाक में विरोध-प्रदर्शन पाक में विरोध-प्रदर्शन

aajtak.in / सुरेंद्र कुमार वर्मा

  • नई दिल्ली ,
  • 30 अगस्त 2018,
  • अपडेटेड 5:00 PM IST

नीदरलैंडस में पैगंबर हजरत मोहम्मद पर आधारित कार्टून प्रतियोगिता के आयोजन पर पाकिस्तान में भारी रोष है और वहां की जनता इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रही है.

कार्टून प्रतियोगिता के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत कल से लाहौर में की गई थी और आज इसके राजधानी इस्लामाबाद में पहुंचने की उम्मीद है. नीदरलैंड्स में यह कार्टून प्रतियोगिता इस साल के अंत में कराई जानी है.

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नई सरकार के पास बड़ी चुनौती

इमरान खान की अगुवाई में पाकिस्तान में नई सरकार के अस्तित्व में आने के बाद यह सबसे बड़ी चुनौती है, और सबकी नजर इस पर है कि यह सरकार धार्मिक विरोध-प्रदर्शन को किस तरह से हैंडल करती है. माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन में करीब 10 हजार लोग शामिल हैं.

देश के नए प्रधानमंत्री इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में उठा चुके हैं, साथ ही देश में डच राजदूत से इस बारे में औपचारिक शिकायत भी कर चुके हैं.

कट्टर इस्लामिक ग्रुप तहरीक-ए-लबाइक इस आंदोलन की अगुवाई कर रहा है, जिसने हाल में खत्म हुए आम चुनाव में इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाए जाने का समर्थन किया था. पिछले साल इस संगठन ने धार्मिक आंदोलन के दौरान 3 हफ्ते तक आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था. हालांकि इस बार आयोजकों का कहना है कि दिनभर प्रदर्शन के बाद अपना आंदोलन खत्म कर देंगे.

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इस्लाम में हजरत मोहम्मद की तस्वीर या किसी तरह का कार्टून बनाना प्रतिबंधित है. ज्यादातर मुसलमान ऐसे किसी भी स्केच को आपत्तिजनक मानते हैं. ईशनिंदा पाकिस्तान में पूर्णतया प्रतिबंधित है और इसके लिए मौत की सजा तक का प्रावधान किया गया है.

नीदरलैंड्स के सांसद ग्रीट विल्डर्स इस साल इस्लाम विरोधी कार्टून प्रतियोगिता आयोजित करने जा रहे हैं, जिसमें हजरत मोहम्मद पर भी कार्टून बनाया जाएगा. विल्डर्स की योजना इन कार्टूनों को संसद स्थित अपने पार्टी के ऑफिस में रखने की भी है. वह इसे अपने देश में बोलने की आजादी करार देते हैं.

डच विदेश मंत्रालय की सफाई

हालांकि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के डच विदेश मंत्री स्टेफ ब्लाक को इस संबंध में आपत्ति जताए जाने पर डच मंत्रालय ने सफाई दी कि वह ऐसे किसी भी प्रतियोगिता के आयोजन की निंदा करता है. कुरैशी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे दुनियाभर में नफरत और असहनशीलता फैलेगी. मुस्लिम समाज की भावनाएं होंगी.

डच प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने भी कहा है कि वह ऐसे किसी भी आयोजन का समर्थन नहीं करते, लेकिन वह संसदीय अधिकारों को बनाए रखने के पक्ष में हैं.

इस बीच डच पुलिस ने सांसद ग्रीट विल्डर्स पर हमला करने के 26 साल के एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि पुलिस ने गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की राष्ट्रीयता उजागर नहीं की है.

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2005 में यूरोप में एक अखबार में हजरत मोहम्मद का कार्टून बना दिया था जिस पर दुनियाभर में मुसलमानों विरोध-प्रदर्शन किया था. और कई लोगों ने कार्टूनिस्ट और अखबार के संपादक को जान से मारने की कई कोशिश की. इसके 10 साल बाद 2015 फ्रांस में चार्ली हाब्दो मैगजीन ने हजरत मोहम्मद का कार्टून बना दिया था, जिससे खिलाफ इसके ऑफिस में आतंकी हमला कर दिया गया जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी.

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