पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर टिप्पणी की वजह से बिहार के मोतिहारी के सेंट्रल यूनिवर्सिटी के सोशल साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार की पिटाई के मामले में नीतीश सरकार के मंत्री का बड़ा बयान सामने आया है. नीतीश कैबिनेट में पर्यटन मंत्री प्रमोद कुमार ने अपनी ही सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
संजय कुमार ने सोशल मीडिया पर अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिसके बाद कुछ युवकों ने उनकी पिटाई कर दी थी. बिहार सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री प्रमोद कुमार ने मोतीहारी जिला प्रशासन पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है.प्रमोद कुमार ने संजय कुमार की पिटाई के आरोप में कुछ युवाओं के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई को गलत बताते हुए जिला प्रशासन को ही कठघरे में खड़ा कर दिया.
पर्यटन मंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जैसे व्यक्तित्व के खिलाफ अभिव्यक्ति के नाम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले संजय कुमार पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता, लेकिन अगर उस पोस्ट से नाराज कुछ युवा असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ बहस करते हैं तो पुलिस उनके साथ अपराधियों जैसा सलूक करती है. प्रमोद कुमार ने पुलिसिया कार्रवाई का खुलकर विरोध किया.
पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले संजय कुमार मोतिहारी के महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत हैं. दो दिन पहले सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट से नाराज कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी थी. इसकी शिकायत थाने में कराई गई थी.
आरोप के मुताबिक, संजय ने अटल के लिए 'संघी' और 'फासीवादी' शब्द का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट लिखी थी और पाश की कविता का उल्लेख करते हुए कहा था कि अगर उनके निधन पर पूरा देश शोक में है तो उस देश में से उनका नाम काट दिया जाए.
हमलावरों का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ सोशल मीडिया पर प्रोफेसर के द्वारा अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखे पोस्ट से उन्हें आघात पहुंचा.
सुजीत झा / देवांग दुबे गौतम