पुलिस कराएगी 13 संदिग्ध आतंकियों की काउंसलिंग

दिल्ली से लेकर देवबंद से पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद के 13 संदिग्ध आतंकियों की ज़िंदगी अब दोराहे पर खड़ी है. हाल के दिनों में ये पहला मौका है, जब किसी टेरर मॉड्यूल के शक में इतनी बड़ी तादाद में नौजवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने की बजाय रिहेबलिटेट यानी फिर से मुख्य धारा में वापस लौटाने की तैयारी की जा रही है.

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डांसर बनना चाहता था आतंकी साजिद डांसर बनना चाहता था आतंकी साजिद

अंजलि कर्मकार / हिमांशु मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2016,
  • अपडेटेड 5:28 AM IST

दिल्ली से लेकर देवबंद से पकड़े गए जैश-ए-मोहम्मद के 13 संदिग्ध आतंकियों की ज़िंदगी अब दोराहे पर खड़ी है. हाल के दिनों में ये पहला मौका है, जब किसी टेरर मॉड्यूल के शक में इतनी बड़ी तादाद में नौजवानों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने की बजाय रिहेबलिटेट यानी फिर से मुख्य धारा में वापस लौटाने की तैयारी की जा रही है.

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डांसर बनना चाहता था आतंकी साजिद
जैश-ए-मोहम्मद के इस लेटेस्ट मॉड्यूल का खुलासा पिछले मंगलवार को तब हुआ, जब पुलिस ने दिल्ली के चांद बाग इलाके से साजिद नाम के एक शख्स को पकड़ा. पेशे से टेलर साजिद वैसे तो डांसर बनने का ख्वाब देखता था, लेकिन एक मौलाना के संपर्क में आकर उसके कदम ऐसे बहके कि वो जेहाद के रास्ते पर चल पड़ा. वो आईईडी से सीरियल ब्लास्ट की तैयारी में था, लेकिन आईईडी बनाने के दौरान ही छोटा सा धमाका हुआ और उसका हाथ जल गया. यहां से पुलिस को उसके बारे में भनक लगी और पहले वो गिरफ्तार हुआ और फिर उसकी गैंग पकड़ी गई.

व्हाट्सऐप ग्रुप से बनाया था जाल
साजिद के इस गैंग में उसके दो हार्ड कोर साथियों के साथ-साथ 9 से 10 ऐसे लड़के भी थे, जिन्हें व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिये साजिद ने अपने साथ जोड़ रखा था. इनका इस्तेमाल कर वह दिल्ली और आस-पास दहशत फैलाना चाहता था. पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पूछताछ के दौरान पता चला कि अभी इनके क़दम बहकने की शुरुआत ही हुई थी. ऐसे में पुलिस ने उन्हें सीधा जेल भेजने की बजाय एक मौका देने का फैसला किया है. यही वजह है कि अब इस मॉड्यूल के ज्यादतर लड़कों को काउंसलिंग के बाद छोड़ने की तैयारी हो रही है.

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