रेलवे की सुस्त चाल को देखते हुए पीएमओ ने नाराजगी जाहिर की है. पीएम नरेंद्र मोदी के इकनॉमिक विजन में रेलवे सेक्टर की प्राथमिकता को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय इस पर काम तेज करने के लिए रेलवे मिनिस्ट्री पर लगातार दबाव डाल रहा है. पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्र ने मिनिस्ट्री एक लेटर भेजा है जिसमें संतोषजनक स्तर से कम प्रदर्शन का जिक्र किया है.
रेलवे जल्द आएगा विकास के ट्रैक पर
हालांकि प्रिंसिपल सेक्रेटरी मिश्र ने यह उम्मीद भी जतायी है कि रेलवे मिनिस्टर सुरेश प्रभु उम्मीदों पर जल्द ही खरे उतरेंगे और रेलवे को विकास को सही दिशा में ले जाएंगे. सुरेश प्रभु रेल मंत्री पद के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की पहली पसंद थे. मिश्र के लेटर में हाई-स्पीड सर्विसेज और स्टेशन डिवेलपमेंट जैसे कई खास प्रॉजेक्ट्स की सुस्त चाल का जिक्र भी किया गया है.
लेटर सिर्फ रूटीन मॉनिटरिंग का हिस्सा
पीएमओ के प्रवक्ता ने बताया कि इस लेटर का मतलब यह नहीं है कि रेलवे मिनिस्ट्री का कोई भी काम संतोषजनक नहीं है. यह लेटर पीएमओ की ओर से की जाने वाली रूटीन मॉनिटरिंग का हिस्सा है. वहीं कुछ सूत्रों का कहना था कि पीएमओ की चिंताए वाजिब हैं.
बजट का केवल 20% ही किया गया खर्च
मिश्र ने अपने लिखे लेटर में इस बात पर नाराजगी जताई कि रेलवे को बजटीय सपोर्ट के रूप में दिए गए 40,000 करोड़ रुपये का केवल 20 पर्सेट ही पहले क्वॉर्टर में खर्च किया जो एक साल पहले के मुकाबले 25 पर्सेट ही है.
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