केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के दिल को वह बात अब भी कचोटती है जिसे वे बाढ़ से बर्बाद केरल की सहायता में केंद्र की अडंग़े डालने की कोशिश कहते हैं. हाल ही में यूएई के दौरे पर वहां बसे मलयालियों से उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने केरल को दोबारा खड़ा करने में मदद का वादा करके भी उम्मीदें तोड़ दीं.
यही नहीं, विदेश मंत्रालय ने अब उनके मंत्रियों को मलयाली आप्रवासियों से धन जुटाने के लिए विदेश जाने की इजाजत देने से भी इनकार कर दिया है. शायद इसीलिए उन्हें खुद जाना पड़ा.
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मंजीत ठाकुर / संध्या द्विवेदी