अब मैक्स ने नए मरीजों को भर्ती करने से किया इनकार, लोगों का फूटा गुस्सा

सरकार के फैसले के मुताबिक रद्द लाइसेंस के बाद अस्पताल किसी नए मरीज को भर्ती नहीं कर सकता. लेकिन फैसले की मार उन मरीजों और लोगों पर भी पड़ रही है जिनका इलाज यहां कई साल से चल रहा है. क्योंकि अस्पताल ने मरीजों के अपॉइंटमेंट से इनकार कर दिया है.

Advertisement
इलाज न मिलने से परेशान हुए परिजन इलाज न मिलने से परेशान हुए परिजन

शुभम गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 09 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 7:32 PM IST

दिल्ली के मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला यहां के मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. अस्पताल प्रशासन ने नए मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया है, जिसके बाद मरीज दिल्ली सरकार और सीएम अरविंद केजरीवाल से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

एक जिंदा बच्चे को मृत घोषित करने के बाद दिल्ली सरकार ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया था. अस्पताल ने इस फैसले को कठोर और अनुचित बताया है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ऐसे फैसले से मरीजों के इलाज के अवसर सीमित होंगे. अब इस फैसले के बाद कई साल से इलाज करा रहे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

Advertisement

सरकार के फैसले के मुताबिक रद्द लाइसेंस के बाद अस्पताल किसी नए मरीज को भर्ती नहीं कर सकता. लेकिन फैसले की मार उन मरीजों और लोगों पर भी पड़ रही है जिनका इलाज यहां कई साल से चल रहा है. क्योंकि अस्पताल ने मरीजों के अपॉइंटमेंट से इनकार कर दिया है.

मरीजों की CM से गुहार

मैक्स अस्पताल का दौरा करने एक महिला ने बताया कि उनके पति अस्पताल में भर्ती हैं और करीब 6 साल से उनका इलाज चल रहा है. लेकिन दिल्ली सरकार के फैसले के बाद अब डॉक्टरों ने महिला के पति का डायलिसिस करने से मना कर दिया और यहां से चले जाने का कहा है.

अस्पताल में बीमार पति का इलाज कराने आई महिला का कहना है कि उनके पति को ऑक्सीज़न दी जा रही है, लेकिन अब वो उन्हें लेकर कहां जाए, वो अकेली हैं और अब कैसे अपने पति का इलाज कराएंगी. उन्होंने सीएम केजरीवाल से सीधे सवाल पूछा है कि अगर उनके पति को कुछ हो तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. महिला का कहना है कि सरकार दोषियों पर कार्रवाई करे, लेकिन बेकसूर इसकी सजा क्यों भुगतें.

Advertisement

मैक्स अस्पताल में ऐसी ही समस्या से जूझती एक लड़की भी मिली, जो अपने पिता के इलाज के लिए यहां आई थी. उनका कहना है कि पिता का इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है, लेकिन अब डॉक्टर उन्हें ले जाने के लिए कह रहे हैं. इसके अलावा यहां और भी कई लोग है जो इलाज ना मिलने की वजह से परेशान हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement