प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और जीएसटी लागू करने के अपने फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि जीएसटी पर बार-बार बदलाव किया गया. इसको अच्छा माना जाना चाहिए. जीएसटी भारत के संघीय ढांचे के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. जीएसटी पर बार-बार बदलाव करने की बात पर उन्होंने कहा कि क्या हम इस पर यह कहकर बदलाव करना बंद कर दें कि क्या जो हमने कर दिया, वो अंतिम है?
उन्होंने कहा कि जीएसटी में समय के साथ बदलाव की जरूरत थी, जिसको हमने किया. उन्होंने कहा कि अरुण जेटली के वित्त मंत्री रहने के दौरान जीएसटी में सुधार किए गए. उन्होंने मेन्युफैक्चरिंग राज्यों की समस्याओं को सुलझाने का काम किया. इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान जीएसटी का विरोध करने को लेकर भी अपनी बात रखी.
पीएम मोदी ने कहा, 'जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, उस समय तत्कालीन केंद्रीय वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी गुजरात पहुंचे थे. उस समय मैंने उनसे जीएसटी पर सवाल किया था कि यह टेक्नोलॉजी गिवेन व्यवस्था है. यह टेक्नोलॉजी के बिना चल ही नहीं सकती है.'
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पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान जीएसटी के विरोध का जिक्र करते हुए कहा, 'उस समय मैंने प्रणब मुखर्जी से कहा था कि मेन्युफैक्चरिंग राज्यों की समस्याओं को आपको हल करना पड़ेगा.' पीएम मोदी ने कहा, 'जब मैं प्रधानमंत्री बना, तो मैंने उन मुद्दों को सुलझाया, जो मैंने बतौर मुख्यमंत्री उठाए थे और जीएसटी का विरोध किया था.'
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इस दौरान जीएसटी को लेकर पीएम मोदी ने पहले की यूपीए सरकार को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, 'जीएसटी पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस के पास अगर जीएसटी को लेकर इतना ही ज्ञान था, तो इसको इतने समय तक लटकाए क्यों रखा. इसको लागू क्यों नहीं किया. आज छोटे स्थानों पर डिजिटल ट्रांजेक्शन सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में भी टियर-2, टियर-3 शहर आगे बढ़ रहे हैं.'
इस दौरान पीएम मोदी ने संसद में अर्थव्यवस्था पर चर्चा नहीं होने को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि संसद में अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए. देश में निराशा होने का कोई कारण नहीं है. अर्थव्यवस्था के जो बेसिक मानदंड हैं, उनमें आज भी देश की अर्थव्यवस्था सशक्त है, मजबूत है और आगे जाने की ताकत रखती है.
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