एक शीर्ष अमेरिकी कमांडर ने पाकिस्तान से कहा है कि उसे हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ सुरक्षा अभियान चलाने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हक्कानी नेटवर्क से संपर्क साधने में सक्षम पाकिस्तान यदि संगठन को अफगानिस्तान में दाखिल होकर अमेरिका से जुड़ी चीजों को निशाना बनाने से रोकने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं कर सकता तो उसे ऐसा करना चाहिए.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड के कमांडर के लिए नामित जनरल जोसेफ ली वोटेल ने सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति से कहा, 'मेरा मानना है कि पाकिस्तान के पास हक्कानी से संवाद कायम करने का जरिया है और अफगानिस्तान में उसकी विध्वंसक भूमिका से उसे वाकिफ कराने का तरीका है. वोटेल ने कहा, 'लिहाजा मेरा मानना है कि पहले हमें उस संगठन पर उसके प्रभाव का फायदा लेने की जरूरत है ताकि उसे रोका जा सके.'
जारी हैं अंतर्संचालन के प्रयास
उन्होंने कहा, 'सबसे हालिया युद्ध के दौरान हमने अफगान और पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व के बीच सहयोग में वृद्धि देखी. सैन्य दल स्तर के कमांडरों ने कई बार मुलाकात की है और वे बलों के बीच अंतर्संचालन बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखे हुए हैं.
कमांडर ने आगे कहा कि दोनों देशों के सैन्य नेता सीमा संचालन से जुड़ी एक द्विपक्षीय मानक प्रक्रिया सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं. अमेरिका और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच संबंध को स्थिर बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दिशा में योगदान करने वाले मुख्य घटक अमेरिकी सुरक्षा मदद और गठबंधन सहयोग कोष (कोएलिशन सपोर्ट फंड) हैं.
स्वपनल सोनल / BHASHA