पाक ने भारतीय राजदूत को फिर किया समन, 1 महीने में 4 बार हुआ ऐसा

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि डायरेक्टर जनरल (साउथ एशिया एंड सार्क) मोहम्मद फैसल ने भारतीय सेना की ओर से 22 फरवरी को को रावलकोट और सतवाल सेक्टर में की गई गोलीबारी की निंदा की और भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को समन किया.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

भारत सिंह

  • इस्लामाबाद,
  • 22 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST

पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में तैनात भारतीय डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह को एक महीने में चौथी बार समन किया है. पाकिस्तान का कहना है कि यह समन भारत और पाकिस्तान से लगी सीमारेखा (LoC) पर भारतीय सेना की 'बिना वजह की जा रही फायरिंग' के लिए किया गया है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि डायरेक्टर जनरल (साउथ एशिया एंड सार्क) मोहम्मद फैसल ने भारतीय सेना की ओर से 22 फरवरी को रावलकोट और सतवाल सेक्टर में की गई गोलीबारी की निंदा की और भारतीय उपउच्चायुक्त जेपी सिंह को समन किया.

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पाक विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस गोलीबारी में एक मजदूर की मौत हो गई. वह पुंछ में नदी किनारे काम कर रहा था. फैसल ने कहा है कि गोलीबारी रोकने की अपील करने के बावजूद भारत की ओर से सीमा पर लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जा रहा है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इससे पहले जेपी सिंह को इसी महीने में 5 फरवरी, 15 फरवरी और 20 फरवरी को भी समन किया था. पिछले महीने भी जेपी सिंह को पांच बार समन किया गया था. जनवरी 2018 में जेपी सिंह को 15 जनवरी, 18 जनवरी, 19 जनवरी, 20 जनवरी और 21 जनवरी को समन किया गया था.

फैसल ने कहा है कि भारतीय सेना जानबूझकर पाक नागरिकों को निशाना बना रही है. उन्होंने भारत से 2003 के संघर्षविराम समझौते का सम्मान करने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने भारत से कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के सैन्य निरीक्षण संगठन (UNMOGIP) को भारत और पाकिस्तान में जनमत करने की इजाजत दे.

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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत का यह पक्ष रहा है कि शिमला समझौते के बाद UNMOGIP अप्रासंगिक हो गया है. इसलिए इस आधार पर जनमत संग्रह कराने का कोई औचित्य नहीं बचता है.

आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीमारेखा पर काफी तनाव बढ़ा हुआ है. दोनों ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन के आरोप लगाए जा रहे हैं. भारत की बात करें तो सीमरेखा पर घुसपैठ, पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम की घटनाएं और जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोत्तरी हुई है.

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