भीड़ की हिंसा पर ओवैसी लाएंगे प्राइवेट मेंबर बिल

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा में मॉब लिंचिंग यानी भीड़ तंत्र के उत्पात की घटनाओं को लेकर प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे. ओवैसी ने लोकसभा स्पीकर को इस बाबत नोटिस भी दे दिया है.

Advertisement
 एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी

कुमार विक्रांत

  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा में मॉब लिंचिंग यानी भीड़ तंत्र के उत्पात की घटनाओं को लेकर प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे. ओवैसी ने लोकसभा स्पीकर को इस बाबत नोटिस भी दे दिया है.

इस बिल में ऐसी घटनाओं में लापरवाही बरतने वाले सरकारी अधिकारियों के खिलाफ 10 साल तक की सज़ा का भी प्रावधान है.

इसके साथ ही मामले के तुरंत निपटारे के लिए विशेष अदालतों का भी प्रावधान है. अब ओवैसी इसे पेश करने के लिए स्पीकर की तरफ से अनुमति की राह देख रहे हैं. शुक्रवार को लोकसभा में लंच के बाद प्राइवेट मेंबर बिल पेश होते हैं. वैसे तो सियासी इतिहास में अब तक तीन बार ही प्राइवेट मेंबर बिल पास हो सके हैं, वो भी आखिरी बार 1971-72 में. ऐसे में इस बिल का सुर्खियां बटोरना तो तय है, लेकिन पास होना नामुमकिन जैसा है.

Advertisement

गौरतलब है कि देश में भीड़ के हाथों हत्या यानी मॉब लिंचिंग के मामलों में हुए इजाफे ने तमाम लोगों को परेशान कर रखा है. बीफ़ रखने का इल्ज़ाम लगाकर तमाम लोगों को पीटा गया है या उनकी हत्या तक कर दी गई है.

बुधवार को मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर राज्यसभा में बहस शुरू हुई थी. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बहस की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने जुनैद का मुद्दा उठाया, वहीं दलित बुजुर्ग को मंदिर में ना जाने के मुद्दे को भी गुलाम नबी आजाद ने उठाया. आजाद ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर सरकार को ही निशाना नहीं बना रहा हूं, कई मुद्दों में यह सामने नहीं आया है कि किस पार्टी का हाथ शामिल है. उन्होंने कहा कि झारखंड के अंदर मॉब लिंचिग के मुद्दे पर लगातार कई मामले सामने आए हैं. पिछले साल जानवर ले जा रहे दो व्यक्तियों को गौ रक्षकों ने मारा और पेड़ से लटका दिया.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement