सिलिकॉन वैली के एक युवा NRI निवेश बैंकिंग पेशेवर और उसके दो दोस्तों पर इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगाया गया है, जिसमें उन्हें छह लाख डॉलर से अधिक का लाभ हुआ था. यह को कोई पहला मामला नहीं है जब किसी भारतवंशी अमेरिकी पर आरोप लग रहा है.
यह जानकारी सहायक अटॉर्नी जनरल लेस्ली काल्डवेल ने दी. काल्डवेल ने कहा आशीष अग्रवाल और उसके दोस्तों ने संघीय जांच ब्यूरो(एफबीआई) के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर सिक्युरिटीज घोटाला और षड़यंत्र का आरोप लगाया गया है.
छह लाख डॉलर लाभ का उपयोग उन्होंने हालांकि ऐश करने में नहीं किया. एफबीआई के मुताबिक उन्होंने कर्ज उतारे और शेयर कारोबार में हुए घाटे की भरपाई की.
गौरतलब है कि इससे पहले 2012 में एक अन्य भारतवंशी अमेरिकी और मैकिंसे के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रजत गुप्ता को भी इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में दोषी ठहराया गया था. मैकिंसे के ही एक अन्य कर्मचारी अनिल कुमार ने भी इस मामले में अपना गुनाह कबूल किया था.
aajtak.in