केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को अपनी छवि एक ऐसे मंत्री के तौर पर बनाने में बड़ा आनंद आता है जो रास्ते में आने वाली रुकावटों को रौंद डालता है. जनवरी में उन्होंने हैरानी जताई थी कि नौसेना शहर में क्या कर रही है जब उसे पाकिस्तान की सरहद पर होना चाहिए.
वजह थी नौसेना को शहर में तैरती हुई जेटी की योजना पर ऐतराज. 24 अप्रैल को मुंबई में उन्होंने बताया कि एक ढीले-ढाले अफसर को दफ्तर से निकाल फेंकने की धमकी देकर एक परियोजना की रुकावट दूर कर दी. वे ओहदे से निकाल फेंकते या दरवाजे से? यह नहीं बताया.
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संध्या द्विवेदी / मंजीत ठाकुर